राजस्थान : नए जिले रद्द करने के फैसले के बाद रीट-2024 के आयोजन को लेकर राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अलर्ट मोड पर आ गया है। जिन नाै जिलों को राज्य सरकार ने रद्द किया है, उन जिलों से आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को अब गृह जिला संशोधन का मौका दिया जाएगा। पहली बार प्रदेश के सभी 41 जिलों में सेंटर बनाए जाएंगे। रद्द हुए नाै जिलों में सेंटर नहीं बनाया जाएगा।
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सचिव और रीट के समन्वयक कैलाश चंद्र शर्मा ने बताया कि इस बार महिला अभ्यर्थियों का सेंटर उनके गृह जिले (होम डिस्ट्रिक्ट) में ही दिया जाएगा। बोर्ड की कोशिश रहेगी कि पुरुष अभ्यर्थियों को भी गृह जिला ही मिले। अगर ऐसा नहीं भी हुआ तो पास ही का जिला आवंटन किया जाएगा। जिन अभ्यर्थियों को गृह जिले से संबंधित आशंका है, उन्हें करेक्शन का अवसर भी दिया जाएगा।
शर्मा ने बताया कि सभी कलेक्टर व मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी से परीक्षा सेंटरों की सूची पांच जनवरी तक मांगी है। सरकार ने राज्य में जिले 41 ही रखे हैं तो परीक्षा भी उसी अनुसार 41 जिलों में ही करवाई जाएगी। अब तक लेवल वन में 66 हजार 662, लेवल टू में एक लाख 60 हखार 395 और दोनों ग्रुप में 19 हजार 620 ने आवेदन किया हैं। इस प्रकार यह संख्या करीब 2.5 लाख के करीब है। सेंटरों की संख्या रीट में आने वाले आवेदन की संख्या के आधार पर होगी।
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से रीट का आयोजन जिला मुख्यालयों पर ही कराया जाता रहा है। साल 2022 में भी 33 जिलों में सेंटर बनाए गए थे। अब इस बार सरकार ने 50 की जगह जिलों को घटाकर 41 कर दिया है। ऐसे में परीक्षा का आयोजन 41 जिलों में ही होगा। दोनों लेवल के लिए अलग-अलग पारी में एग्जाम होगा। पहली पारी में एग्जाम सुबह 10 से दोपहर 12:30 बजे तक होगा। दूसरी पारी में एग्जाम दोपहर ढाई से शाम पांच बजे तक होगा।
इस बार फॉर्म के पांच पार्ट कर दिए गए हैं ताकि जो पार्ट भर देंगे वह सेव हो जाएगा। इससे कैंडिडेट्स को परेशानी कम होगी।
इस बार अभ्यर्थियों को चार की जगह ओएमआर शीट में पांच ऑप्शन दिए जाएंगे। हर सवाल का जवाब देना होगा। किसी सवाल के जवाब के लिए चार की जगह पांच विकल्प होंगे। ऐसे में अगर कोई अभ्यर्थी चारों विकल्प नहीं भरता है, तो उसे पांचवां विकल्प भरना होगा। ऐसा न करने पर नेगेटिव मार्किंग होगी और नंबर कट जाएंगे। इसके साथ ही अगर किसी अभ्यर्थी ने 10 फीसदी से अधिक सवालों के जवाब में पांचों विकल्प में से एक भी नहीं चुना तो उसे अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा।
अब तक रीट वही विद्यार्थी दे सकता था, जिसने या तो बीएड-डीएलएड पास कर ली हो या बीएड-डीएलएड के अंतिम वर्ष में अध्ययनरत हो। लेकिन, ऐसा पहली बार होगा जब बीएड-डीएलएड प्रथम वर्ष के विद्यार्थी भी शामिल हो सकेंगे।
रीट 2024 में तैयारी का समय भी पिछली बार हुए एग्जाम से कम मिलेगा। 16 दिसंबर से आवेदन की प्रक्रिया शुरू हुई, जो 15 जनवरी तक चलेगी। एग्जाम 27 फरवरी को होगा। आवेदन करने की लास्ट डेट से एग्जाम डेट में 43 दिन का समय है। 2022 में हुई परीक्षा में 70 दिन मिले थे। इसी प्रकार 2017 में 72 दिन, 2021 में 229 दिन मिले थे।
परीक्षा के पेपर सेंटर के नजदीक ट्रेजरी में सुरक्षा गार्ड की मौजूदगी में डबल लॉक में रखे जाएंगे। जहां ट्रेजरी नहीं, वहां पर अस्थाई ट्रेजरी बनाई जाएगी।
जिला स्तर पर भी रीट के लिए कमेटियों का गठन किया गया है। जिला कलेक्टर की अध्यक्षता वाली इन कमेटियों में 10 मेंबर है।