
लखनऊ । उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक ओमप्रकाश सिंह को पद से हटाये जाने की अफवाह से विभाग में हड़कम्प मच गया। शुक्रवार देर रात से शनिवार सुबह तक इस खबर को तस्दीक करने के लिए डीजीपी मुख्यालय पर फोन आते रहे। बाद में ये महज अफवाह साबित हुई।
साल के आखिरी महीने में अपराधों की बाढ़ आ गयी है। बुलंदशहर हिंसा, आगरा में शोहदो द्वारा युवती को जिंदा जला देना सहित लूट, हत्या जैसी कई आपराधिक घटनाओं के बाद कानून व्यवस्था को लेकर पुलिस सवालों के घेरे में हैं। वहीं, प्रदेश सरकार भी लगातार पुलिस के अधिकारियों को अपराधियों पर शिंकजा कसने और स्थिति में सुधारने के लिए निर्देश दे रही है। हालांकि घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं।
इसी बीच शुक्रवार देर रात पुलिस महानिदेशक ओ.पी. सिंह को पद से हटाये जाने की खबर पूरे महकमे में चर्चा का विषय बनी रही। यह दौर देर रात से लेकर शनिवार सुबह तक चलता रहा, लेकिन किसी भी अधिकारी के पास इसको लेकर कोई जवाब नहीं था।
डीजीपी के पीआओ विवेक त्रिपाठी ने शनिवार को बताया कि सिंह को हटाये जाने को लेकर उनके पास भी कई पत्रकारों के फोन आए। लेकिन यह खबर पूरी तरह निराधार है। डीजीपी को पद से हटाये जाने की अफवाह कहां से शुरू हुई, इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है। उत्तर प्रदेश पुलिस कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने और क्राइम कंट्रोल के लिए गम्भीरता से काम कर रही है।
छात्रा को जलाकर मारने वालों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर प्रदर्शन

गाजियाबाद । आगरा में बालिका संजलि को जलाकर मारने वाले दरिंदों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर भारतीय बौद्ध महासभा की जिला इकाई ने शनिवार को कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया और धरना दिया।
महासभा की जिलाध्यक्ष विमलेश बौद्ध के नेतृत्व में तमाम महिला व पुरुष कलक्ट्रेट पर एकत्र हुए और प्रदर्शन के बाद धरने पर बैठे। धरने पर वरिष्ठ एडवोकेट रतन सिंह ने कहा कि आगरा में छात्रा को जिस तरह से सरेआम पेट्रोल छिड़क कर जलाकर मारा गया गया, वह एक सभ्य समाज के लिए न केवल निंदनीय है बल्कि इससे प्रदेश की कानून व्यवस्था की पोल खुल गई है। इससे लगता कि प्रदेश में आपराधिक तत्वों का बोलबाला है।
इस अवसर पर विमलेश बौद्ध ने कहा कि छात्रा को मारने वाले दरिंदों को फांसी की सजा होनी चाहिए। इस अवसर पर मीनाक्षी गौतम ,मीना राज,अमृत कौर ने विचार विमर्श किए।
इन लोगों ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित एक ज्ञापन भी दिया। ज्ञापन में संजलि की हत्या करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने,उसके नाम पर स्कूल बनवाने,उसे शहीद का दर्जा दिलाने, पीड़ित के परिजनों को आर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग की गई।














