कोरोना पर पीएम मोदी की सभी मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक, कई CM ने दिया लॉकडाउन बढ़ाने का सुझाव 

नई दिल्ली। कोरोना वायरस ( coronavirus ) को लेकर पूरी दुनिया में हाहाकार मचा हुआ है। 15 लाख से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, जबकि करीब एक लाख लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, भारत ( Coronavirus in india ) में भी यह खतरनाक वायरस काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है। 6500 से ज्यादा लोगों को कोरोना वायरस अपनी चपेट में ले चुका है, जबकि 239 लोगों की मौत हो चुकी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए देश में 21 दिनों का लॉकडाउन ( Lockdown ) लगा हुआ है। वहीं, लॉकडाउन को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ( PM Narendra Modi ) ने राज्य के मुख्यमंत्रियों के संग बैठक की। इस बैठक में पीएम मोदी खुद की सलाह पर अमल करते हुए गमछे का बनाया मास्क पहने नजर आए।

मुख्यमंत्रियों के संग बैठक में पीएम मोदी ने कोरोना वायरस के मौजूदा हालात को लेकर चर्चा की है। पीएम ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए राज्यों से सुझाव भी मांगे। उन्होंने मुख्यमंत्रियों से कहा कि वे सभी के लिए 24 घंटे उपलब्ध हैं। बैठक में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस को लेकर प्रेजेंटेशन भी दी।

वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बैठक में 30 अप्रैल तक लॉकडाउन को बढ़ाए जाने की मांग की है। सीएम केजरीवाल ने कहा कि लॉकडाउन बढ़ाए जाने का फैसला राष्ट्रीय स्तर पर होना चाहिए। राज्य अपने स्तर पर फैसला करेंगे तो उतना असर नहीं होगा। वहीं किसी तरह की ढील दी जाए तो किसी भी सूरत में ट्रांसपोर्ट नहीं खुलना चाहिए। ना रेल, ना सड़क और ना ही एयर ट्रांसपोर्ट। दिल्ली के अलावा महाराष्ट्र, पंजाब के मुख्यमंत्रियों ने भी लॉकडाउन बढ़ाने की बात कही।

गौरतलब है कि इससे पहले ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक और पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने-अपने राज्यों में लॉकडाउन की अवधि पहले ही बढ़ाने की घोषणा कर दी है। ऐसा कहा जा रहा है कि इस बैठक में लॉकडाउन को बढ़ाने या खत्म करने को लेकर पीएम मोदी फैसला ले सकते हैं। हालांकि, ज्यादातर राज्यों के मुख्यमंत्रियों का कहना है कि लॉकडाउन को बढ़ाया जाए। इससे पहले पीएम मोदी ने बुधवार को लोकसभा एवं राज्यसभा में विपक्ष समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से कहा था कि कोरोना वायरस के कारण लागू देशव्यापी लॉकडाउन एक बार में नहीं हटाया जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा था कि हर व्यक्ति के जीवन को बचाना उनकी सरकार की प्राथमिकता है।

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