यातायात नियमों का पालन नहीं करने से ही सड़क हादसे होते हैं : डीएम


– सड़क पर चलते समय यातायात के नियमों का पालन अवश्य करें – एसपी
मैनपुरी – जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह ने सड़क सुरक्षा माह का शुभारम्भ कलेक्ट्रेट से जन-जागरूकता हेतु बाइक रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हुए किया। उन्होने कहा कि यातायात नियमों की अनदेखी के कारण प्रतिदिन कहीं न कहीं सड़क हादसे होते हैं, जिसमें कई लोगों को खोना पड़ता है, जो समाज, पीड़ित परिवार के लिए अपूर्णीय क्षति है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति का जीवन अमूल्य है, सबके सम्मिलित प्रयासों से सड़क दुर्घटना मे कमी आने से हम तमाम लोगों की जीवन को बचा सकते हैं, सड़क निर्माण से जुड़े विभाग ब्लैक स्पॉट चिन्हित कर उन्हें दुरुस्त करने हेतु प्रभावी कार्यवाही करें। उन्होने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति का जीवन राष्ट्र, समाज, परिवार के लिए बेहद कीमती है, यातायात के नियमों की अनदेखी करने के कारण किसी के साथ भी अनहोनी हो सकती है, जो राष्ट्र, समाज, परिवार के लिए बड़ी कष्टदायी होती है, जिसकी भरपाई कदापि नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि आज से 20 फरवरी तक चलने वाले यातायात माह में सभी अन्तर्विभागीय अधिकारी आपस में समन्वय स्थापित कर लोगों को यातायात के नियमों का पालन कराने हेतु जागरूक करें।


    डीएम ने आमजन का आव्हान करते हुये कहा कि जीवन अनमोल है, यातायात के नियमों की अनदेखी कर इसे बर्बाद न करें, जरा सी लापरवाही सड़क दुर्घटना में जान ले सकती है।
   पुलिस अधीक्षक अविनाश पाण्डेय ने कहा कि सड़क सुरक्षा, जीवन रक्षा है, सड़क पर चलते समय यातायात के नियमों का पालन अवश्य करें, यातायात के नियमों की अनदेखी आपके जीवन पर भारी पड़ सकती है, जीवन अनमोल है, इसे खतरे में न डालें।


         इस अवसर पर ज्वाईंट मजिस्ट्रेट ऋषिराज, अपर पुलिस अधीक्षक मधुबन कुमार सिंह, क्षेत्राधिकारी नगर अभय राय, सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी प्रणव झा, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण अनिल कुमार, प्रवर्तन अधिकारी डा. कौशलेन्द्र, प्रभारी निरीक्षक भानू प्रताप आदि उपस्थित रहे।



जिलाधिकारी ने जनता दर्शन में सुनी जन शिकायतें
– झोलाछाप डाक्टर्स के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाये – जिलाधिकारी
– सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर ही प्रशिक्षित चिकित्सकों से ही करायें इलाज – डीएम
मैनपुरी – जनता दर्शन के दौरान जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह के सम्मुख मु. भरतवाल निवासिनी संजू देवी पत्नी अरुण कुमार ने बताया कि उसके पुत्र विशाल की 15 जनवरी को अचानक तबीयत खराब होने पर पास के ही चिकित्सक नीरज राठौर को दिखाया, जिसने बिना चेकअप के इलाज प्रारंभ कर दिया। इलाज के दौरान ही चिकित्सक की लापरवाही के कारण उसके पुत्र की मृत्यु हो गई। इसे गंभीरता से लेते हुए उन्होंने प्रकरण की जांच करने हेतु मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि कोई भी झोलाछाप चिकित्सक मरीजों का इलाज न करें।


    डीएम ने जनपदवासियों से कहा कि बीमार होने की दशा में अपना व अपने परिजनों का इलाज प्रशिक्षित चिकित्सकों से ही कराएं। बीमार होने पर समीपवर्ती सामुदायिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला महिला, पुरुष चिकित्सालय जाकर स्वास्थ्य सेवाएं लें। वहां 24 घंटे इमरजेंसी में प्रशिक्षित चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ उपस्थित रहकर मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
         जिलाधिकारी ने कहा कि जच्चा-बच्चा की सुरक्षा के लिए संस्थागत प्रसव करायें, बच्चों को जानलेवा बीमारी से बचाने के लिए टीकाकरण अवश्य करायें, संस्थागत प्रसव कराने पर जननी सुरक्षा योजना का लाभ लें, एम्बुलेंस सेवा 102 का लाभ लें, एम्बुलेंस प्रसूता को घर से लेकर स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचायेगी और वहां से डिस्चार्ज होने के उपरांत घर वापस पहुंचायेगी।

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