उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे नारायण दत्त तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी की हत्या का मामला में पुलिस को बहुत बड़ी सफलता मिली है. बताते चले इस हत्याकांड के मामले में तमाम कोशिशो के बाद क्राइम ब्रांच ने रोहित की पत्नी अपूर्वा शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया. ये गिरफ्तारी अपूर्वा के खिलाफ ठोस सबूत मिलने के बाद हुई है. इस मामले में शुरू से ही शक की सुई रोहित की पत्नी की तरफ घूम रही थी. बता दे क्राइम ब्रांच का कहना है कि रोहित के साथ शादीशुदा जिंदगी से अपूर्वा शुक्ला तिवारी खुश नहीं थी. यही वजह है कि अपूर्वा ने रोहित को अकेले गला और मुंह दबाकर मारा. क्राइम ब्रांच का यह भी कहना है कि इस हत्या में कोई और अन्य शामिल नहीं था.
बार-बार बयान बदलती रही अपूर्वा
पुलिस सूत्रों के मुताबिक रोहित की पत्नी अपूर्वा लगातार इस मामले में बयान बदल रही थी. उससे सारा शक उसी के इर्ग-गिर्द आकर ठहर जाता था. वारादत वाली रात को लेकर अपूर्वा ने अब तक तीन अलग-अलग बयान दिए. जिसकी वजह से पुलिस का शक पुख्ता होने लगा था. पुलिस वारदात के बाद से रोहित की पत्नी समेत घर के 6 लोगों से पूछताछ कर रही थी.
इससे पहले पुलिस की शक की सुई तीन लोगों रोहित की पत्नी, उसके ड्राइवर और नौकर पर थी. पुलिस ने अपूर्वा को गिरफ्तार करने से पहले उससे तीन दिन की पूछताछ की. बता दें, रोहित शेखर की मौत की वजह पहले हार्ट अटैक या ब्रेन हेमरेज बताई गई थी. लेकिन पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि शेखर की मौत इन वजहों से नहीं बल्कि उनकी गला दबाकर हत्या की गई है. इसके बाद पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी.
सूत्रों की मानें तो
पुलिस को दिए बयान में पत्नी ने दावा किया था की रात वो शेखर के साथ अंतरंग थी और हो सकता है कि मुंह और गला दबा गया हो. रोहित शेखर हत्याकांड में पुलिस के सामने रोहित शेखर की पत्नी ने जो दावा किया वो चौकानें वाला था. सूत्रों के मानें तो अपूर्वा ने बताया कि 15-16 अप्रैल की रात वो रोहित के कमरे में गई थी. वो रोहित के साथ अंतरंग थी. हो सकता है कि रोहित का गला और मुंह दब गया हो जिससे उसकी मौत हो गई हो.
हत्या के बाद अपूर्वा ने अपना फोन फार्मेट किया
पुलिस ने अपूर्वा का ब्लड सेंपल और घटनास्थल पर पाए गए खून के नमूने भी लिए थे. जिसे परीक्षण के लिए भेजा गया है. अपूर्वा ने सबूत मिटाने के लिए अपना मोबाइल तक फार्मेट कर दिया था और जिस कमरे में रोहित की हत्या हुई वहां के सीसीटीवी कैमरे खराब होना भी इस बात की तस्दीक करता था कि हत्या में कोई बाहरी व्यक्ति नहीं, घर का ही कोई शख्स शामिल था.