
रूस और यूक्रेन की जंग 7 महीने बाद बेहद खतरनाक मोड़ पर पहुंच गई है। रूस ने सोमवार सुबह यूक्रेन की राजधानी कीव पर कामीकाजे ड्रोन से हमला किया है। BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, 4 धमाकों की आवाज सुनाई दी है।
यूक्रेनी राष्ट्रपति के चीफ ऑफ स्टाफ एंड्री यरमक ने कहा- राजधानी कीव के शेवचेनकिव्स्की शहर में रूसी सेना ने ईरान में बने कामीकाजे ड्रोन से हमला किया है। इसमें कई इमारतों को नुकसान पहुंचा है। इनमें से एक बिल्डिंग पूरी तरह से तबाह हो गई। हमले में 3 लोगों की मौत हो गई है। 18 लोगों के घायल होने की भी खबर है।
ईरान के शहीद-136 ड्रोन का इस्तेमाल किया
हमले में इस्तेमाल किए गए कामीकाजे ड्रोन का नाम शाहीद-136 है। इस ड्रोन को ईरान का सबसे खतरनाक हथियार माना जाता है। यूक्रेन जंग में अपनी पकड़ मजबूत बनाने के मकसद से रूसी सेना ईरानी ड्रोन से हमले कर रही है। इस ईरानी ड्रोन को सुसाइड ड्रोन भी कहा जाता है। इसका वजन 200 किलोग्राम है। इस ड्रोन की रेंज 2500 किलोमीटर है। ईरानी ड्रोन शाहीद-136 का निशाना अचूक है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि ईरानी ड्रोन के जरिए रूस, यूक्रेनी रडार सिस्टम को निशाना बना रहा है।
यूक्रेन के एयर डिफेंस सिस्टम ने 15 ड्रोन तबाह किए
यूक्रेन की एयर फोर्स के मुताबिक, सेना ने पिछले 13 घंटों में कुल 37 कामीकाजे ड्रोन मार गिराए हैं। ओडेसा में 6 ड्रोन और माइकोलाइव में 9 ड्रोन को मार गिराया गया है। 3 क्रूज मिलाइलों को भी तबाह कर दिया गया है।
एक हफ्ते पहले 9 शहरों पर हमला किया था
रूस ने 10 अक्टूबर को राजधानी कीव समेत 9 शहरों पर 83 मिसाइलें बरसाई थीं। इसमें 12 लोग मारे गए थे। रूस ने ये बड़ा हमला कर्च ब्रिज पर हुए धमाके के बदले में किया था। 8 अक्टूबर को यूक्रेन ने रूस का कर्च ब्रिज उड़ा दिया था। ये ब्रिज रूस को क्रीमिया से जोड़ता है।
7 महीने बाद कीव पर हमले
24 फरवरी को शुरू हुई रूस-यूक्रेन जंग को 7 महीने हो गए हैं। जंग की शुरुआत में रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर बड़े मिसाइल हमले किए थे। हालांकि, यूक्रेन की तरफ से कड़ी टक्कर मिलने के बाद अप्रैल में रूस ने कीव से सैनिक वापस बुला लिए थे। अब फिर कीव पर हमले शुरू कर दिए गए हैं।
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवान ने कहा था कि उनके इंटेलिजेंस नेटवर्क को पता चला है कि ईरान कई हजार ड्रोन रूस को बेचना चाहता है। इनमें कई हथियार लगे होंगे, जिनका इस्तेमाल यूक्रेन की लड़ाई में किया जा सका है।
रूस की धमकी- हम अपनी रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने भी कुछ दिनों पहले पश्चिमी देशों पर ‘न्यूक्लियर ब्लैकमेल’ का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि NATO के कुछ बड़े नेता रूस के खिलाफ एटमी हथियार इस्तेमाल करने की धमकी दे रहे हैं।
तब पुतिन ने कहा था कि अगर पश्चिमी देश हमें परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को लेकर ब्लैकमेल करेंगे तो रूस भी अपनी पूरी ताकत से जवाब देगा। हम अपने देश की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। इसके लिए पुतिन ने सेना के मोबिलाइजेशन को लेकर एक डिक्री पर साइन किया है।