Russia Ukraine War: जंग जीत करनाल पहुंची सिमरन, बयां किया आंखो देखा हाल

यूक्रेन से हरियाणा के करनाल जिले की सेक्टर-5 निवासी सिमरन वतन लौट आई, जिसका स्वागत करने के लिए पार्षद मेघा भंडारी पहुंचीं। सिमरन ने यूक्रेन के हालात की जानकारी दी। इसमें उन्होंने यूक्रेन में एम्बेसी की व्यस्था पर सवाल उठाया। वहीं यूक्रेन बॉर्डर क्रॉस होने के बाद की व्यवस्था की खूब सराहना की। अब सिमरन को अपनी पढ़ाई और भविष्य की चिंता है। वह चार साल की पढ़ाई करने के बाद कोर्स बीच में छोड़कर इंडिया आई है।

सिमरन ने बताया कि वहां पर बहुत ज्यादा स्टूडेंट आए हैं, लेकिन उनके पास ज्यादा सोर्स नहीं है। सभी बहुत डरे हुए हैं। एम्बेसी का सेटअप ठीक नहीं है। एम्बेसी में जब संपर्क नहीं बना तो बच्चे वहां से अपने दम पर निकल रहे हैं। यूक्रेन बॉर्डर क्रॉस करने के बाद व्यवस्था ठीक है, पर अंदर से निकलना मुश्किल है। हम अपना 70 फीसदी कोर्स पूरा कर चुके हैं। सरकार से अपील है कि हमारी पढ़ाई की व्यवस्था की जाए।

परमात्मा का शुक्रिया, सरकार का धन्यवाद

सिमरन के नाना केहर सिंह के अनुसार, हमें इस बात की खुशी है कि हमारी बच्ची सुरक्षित घर आ गई। परमात्मा का शुक्रिया है। भारत सरकार भी बच्चों को अच्छे से हैंडल कर रही है। पूरा जोर लगा रही है। सरकार की व्यवस्था सराहनीय है।

उम्मीद है कि जो बच्चे वहां फंसे हैं, उनको निकाला जाए। जितना जल्द हो सके, उन बच्चों को लेकर आएं। कोई 3 साल पूरे कर चुका है, काेई 5 साल लगा चुका है। वहां की स्थिति जल्द ही सामान्य होने वाली नहीं है। वहां से आने वाले बच्चों को सरकार हौंसला दे। इसके लिए मेरी सरकार से अपील है।

सुनकर मां को लगा था झटका

मां सीमा ने बताया कि पहले दिन पता चला कि यूक्रेन में बम ब्लास्ट हो रहे हैं तो सुनकर बहुत झटका लगा। हम डर गए। लगातार बच्चों से संपर्क हो रहा था तो हमारी हिम्मत बनी रही। अब बिटिया घर वापस आ गई, सब ठीक है। सरकार का दिल से धन्यवाद करते हैं। जो बच्चे वहां पर हैं, सभी को वापस लाया जाए।

पार्षद भी संपर्क में जुटी

पार्षद मेघा भंडारी ने बताया कि परिवार से संपर्क हुआ। बच्चाें से विदेश से लेकर घर पहुंचने तक संपर्क कर रहे हैं। इसके लिए खुद भी जुटे हुए हैं। एक बच्चा पोलैंड पहुंच चुका है। अब सेफ जोन में है। मुंबई में हरियाणा डेस्क बनाया गया है, जो विदेश से आने वाले बच्चों का स्वागत करने के बाद उन्हें घर तक पहुंचा रहे हैं।

अब 9 छात्र यूक्रेन में फंसे

डीसी अनीश यादव ने बताया कि करनाल जिला के कुल 150 भारतीय छात्रों में से 92 छात्र स्वदेश लौट आए हैं। 40 बच्चे नजदीक के देशों में सुरक्षित स्थानों पर पहुंच चुके हैं तथा 5 बच्चे रास्ते में हैं। अब केवल 9 बच्चे यूक्रेन में शेष हैं, उनसे भी जिला प्रशासन संपर्क में है। छात्रों की स्वदेश वापसी के लिए सरकार व प्रशासन पूरी तरह से सजग है, छात्रों को जल्द ही स्वदेश वापस लाया जाएगा।

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