रूस के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन में 75% हिस्सेदारी फॉरेन सिनेमा की रहती है। सिनेमा एक्सपर्ट एलेक्सी वास्यासिन का कहना है कि युद्ध के चलते लोग घरों में ही फिल्में देखने में रूचि दिखा रहे हैं, जिसके कारण यहां प्रोजेक्टर लैंप और दूसरी चीजों के दाम 80% तक बढ़ गए हैं। हालांकि, इसके बावजूद टिकट को सस्ता रखने की कोशिश की जा रही है।
खबरों की मानें तो युद्ध के कारण लगातार हो रही टैक्स बढ़ोतरी के बाद भी सिनेमा से जुड़ी चीजों के दामों में बढ़ोतरी नहीं की गई है। उदाहरण के तौर पर सिनेमा हॉल में मिलने वाली खाने-पीने की चीजों के दामों को जस का तस रखा गया है।
रूस के तीन सिनेमा हॉल ने हाल ही में बॉलीवुड स्टार प्रभास की फिल्म राधे श्याम की भी स्क्रीनिंग की थी, जिसके सारे शो हाउसफुल रहे। युद्ध शुरू होने के बाद डिज्नी और नेटफ्लिक्स जैसे बड़े हॉलीवुड ब्रैंड्स ने रूस में अपनी फिल्मों की स्क्रीनिंग पर रोक लगा दी है। ‘द बैटमैन’ ने भी रूस का बायकॉट किया और इसके साथ ही कांस, एमी अवॉर्ड्स भी रूस को शामिल करने से मना कर चुके हैं।
रूस का बॉलीवुड से पुराना नाता रहा है। भारत का सोवियत यूनियन से अच्छा रिश्ता हिंदी फिल्मों की वजह से ही रहा है। एक दौर ऐसा था जब दोनों देशों में एक साथ फिल्में बनती और रिलीज भी होती थीं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राज कपूर के जितने फैंस भारत में हैं उससे कहीं ज्यादा रूस में हैं।