इस फोटो को देख सहज ही स्वच्छ भारत मिशन के जमीनी सच का लगा सकते है अंदाजा ! इंसानियत भी हो रही तार-तार
क़ुतुब अंसारी / अशोक सोनी
जरवल ( बहराइच ) रोड किनारे लगे इस कूड़ा के ढ़ेर को जरा गौर से देखो जिसमे एक व्यक्ति पेट की आग बुझाने के खातिर इस शख्श को हर सुबह यहाँ लोगो के घरों से निकलने वाली पालीथीन आदि को तलाशने के लिए आना पड़ता है ताकि इसे कबाड़ियों के यहाँ बेच के दो रोटी का सहारा ही मिल जाए ये बदनसीब इंसान हर सुबह यहाँ दिखाई देता है पर कभी न तो कोई राह गुजरते इंसान ने कभी उसके भूखे पेट के खातिर कोई पहल करते दिखाई दिया न ही किसी की कोई मानवीय संवेदना ही जाग रही है जो उस बदनसीब को दो रोटी का सहारा ही दे दे।
ये वाकया है नगर पंचायत जरवल के जामा मस्जिद वार्ड के जरवल-धनसरी मार्ग का जहाँ पर इस निकाय के सफाई कर्मी ई ओ संतोष कुमार चौधरी व चेयरमैन पति इंतजार अहमद उर्फ मिथुन के आदेशो का पालन करते हुए नगर का कूड़ा गीला व सूखा आकर डंप करते है।उसी मे ये अजनबी शख्स दो वक्त की रोटी के लिए घंटो यहाँ पन्नियों को बीनने के लिए आता है।हालांकि रोड किनारे निकाय प्रशासन के द्वारा डंप किए जा रहे इस कूड़े के ढ़ेर को लेकर अनेको बार के अखबार की सुर्खियां भी रही पर स्थानीय निकाय प्रशासन के साथ जिला प्रशासन इस ओर कोई भी ध्यान नही दे सका।जिससे मुख्यमंत्री व प्रधान मंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट स्वच्छ भारत मिशन की भी अनदेखी हो रही है जिससे उक्त वार्ड के नागरिक भी जानवरो की जिंदगी यहाँ जीने को मजबूर है फिर भी जिम्मेदारो को रत्ती भर शर्म नही आ रही है।