बीजिंग: जब दुनिया के बड़े नेता किसी वैश्विक मंच पर इकट्ठा होते हैं, तो वहां केवल नीतियों की नहीं, बल्कि बर्ताव, हावभाव और छोटे-छोटे पलों की भी बड़ी चर्चा होती है. कुछ पल ऐसे होते हैं, जो कैमरे में कैद होकर इतिहास का हिस्सा बन जाते हैं और सोशल मीडिया के ज़माने में तो ये पल एक झलक में वायरल भी हो जाते हैं.
चीन के तियानजिन शहर में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन 2025 में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला, जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, एक क्षण के लिए राजनीति से ज़्यादा इंसानियत का चेहरा लेकर सामने आ गए- या यूं कहें, अपनी “पुतिन-मोहब्बत” को छुपा नहीं पाए.
सिर्फ हाथ मिलाने के लिए दौड़ पड़े शहबाज
SCO समिट की ग्रुप फोटोग्राफी के दौरान वह लम्हा आया, जिसने इस पूरी औपचारिकता को एक मजेदार मोड़ दे दिया. सभी राष्ट्राध्यक्ष खड़े थे, फोटो क्लिक हो रही थी. तभी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, मेज़बान शी जिनपिंग के साथ आगे बढ़ते नजर आए. हर देश के नेता वहीं स्थिर खड़े रहे, लेकिन अचानक पीछे की पंक्ति से शहबाज शरीफ तेज़ी से आगे बढ़ते हैं.
Pakistan Prime Minister Shehbaz Sharif vying for Russian President Vladimir Putin’s attention at the family photo of the SCO Summit in Tianjin.
Xi is seen accompanying Putin as the two Presidents greet the other leaders present at the Tianjin Summit pic.twitter.com/StdDi1Xi9B
— Dhairya Maheshwari (@dhairyam14) August 31, 2025
हाथ में हल्की मुस्कान, चेहरे पर थोड़ी उत्सुकता और नज़रों में कुछ बेचैनी शहबाज सीधे पुतिन की ओर हाथ बढ़ा देते हैं. लेकिन तब तक पुतिन थोड़ा आगे निकल चुके होते हैं. फिर भी, रूसी राष्ट्रपति पलटते हैं, मुस्कराते हैं और हाथ मिलाकर आगे बढ़ जाते हैं.
यह पूरा वाकया कैमरे में कैद हो गया. सोशल मीडिया पर कुछ ही घंटों में यह वीडियो छा गया, और लोगों ने इस मुलाकात को अलग-अलग नजरिए से देखना शुरू कर दिया.
रूस से नजदीकी की अधूरी कहानी
यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान के नेता रूस से दोस्ती के लिए इतने उत्सुक नजर आए हों. इसकी नींव रखी थी इमरान खान ने, जब उन्होंने 2022 में रूस यात्रा का दिन वही चुना, जिस दिन पुतिन ने यूक्रेन पर आक्रमण का ऐलान किया. यह संयोग नहीं, बल्कि रणनीतिक इशारा था.
शहबाज शरीफ ने भी उसी राह पर चलते हुए कई बार रूस को अपने करीब लाने की कोशिश की है. वह पुतिन को पाकिस्तान आने का न्योता भी दे चुके हैं. लेकिन इन सारी कोशिशों के बीच ये “कूटनीतिक मोहब्बत” ज्यादा सुर्खियों में तब आती है, जब उसका अंदाज़ कुछ असामान्य होता है जैसे तियानजिन समिट में देखने को मिला.
पहले भी बने मज़ाक का पात्र
SCO समिट में यह पहली बार नहीं है जब शहबाज शरीफ चर्चा का विषय बने हैं. 2022 में उज्बेकिस्तान में आयोजित समिट के दौरान भी उनका एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह पुतिन के साथ बातचीत के दौरान ट्रांसलेशन हेडसेट संभालने में संघर्ष करते नजर आए थे. उस वक्त वे घबरा कर कह रहे थे, “क्या कोई मेरी मदद कर सकता है?” और सामने बैठे पुतिन हल्की मुस्कान में सब देख रहे थे.
इस वीडियो पर भी मीम्स की बारिश हुई थी. और अब 2025 में भी कुछ वैसा ही माहौल बन गया है ट्विटर (अब X), इंस्टाग्राम और फेसबुक पर यूजर्स ने फिर से इस मुलाकात को मनोरंजन का विषय बना लिया है.