नगर निगम की लापरवाही फिर हुई उजागर, लोगों में बन रहा आक्रोश
भास्कर समाचार सेवा
मेरठ। लगातार हो रही बारिश अब लोगों की जान पर बन आयी है। जगह-जगह आफत का माहौल बनता जा रहा है, कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। नगर निगम की लापरवाही के चलते लोगों के संग घटनाएं हो रही है। बरसात से पहले कोई तैयारी ना होने का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। नगर निगम के अधिकारी कुंभकर्ण की नींद सोए हुए हैं। हापुड़ चुंगी पर निर्माणधीन नाले की पुलिया से फिसलकर स्कूटी सवार युवक नाले में जा गिरा। डूब रहे युवक को लोगों को मशक्कत के बाद बाहर निकाला।
मोहनपुरी इलाके में चलती कार खुले नाले में गिर गई। कार के अंदर मौजूद युवक आकाश को जैसे-तैसे करके बाहर निकालकर उसकी जान बचाई। नाला इतना गहरा था कि कार धीरे-धीरे नाले में समा गई। घटना के समय क्षेत्रीय पार्षद वही खड़े थे। बिना देरी किए पार्षद नाले में उतरे और बांस के जरिए आकाश को बाहर निकाला। 28 वर्षीय आकाश खेमचंद ने बताया, वह करीब दोपहर एक बजे अपने मित्र अभिनव को छोड़ने के लिए सुभाष नगर गली संख्या-11 में आया था। उसे छोड़कर जैसे ही कार बैक की। पुरानी मोहनपुरी नाले किनारे की सड़क बैठ गई। नाले की दीवार टूटी होने से कार सीधे नाले में चली गई। आकाश ने बताया, उसने ब्रेक मारी लेकिन ढलान अधिक होने से कार सीधे नाले में चली गई। करीब डेढ़ घंटे देरी से पहुंची निगम की टीम पहुंची। निगम की जेसीबी मंगाई गई लेकिन, कार को निकाला नहीं जा सका। इसके बाद वैशाली कॉलोनी से एक प्राइवेट ट्रेन को मंगाया गया है। घटनास्थल पर लोगों का हुजूम उमड़ गया, देर शाम कार को बाहर निकाला जा सका।
लोगों ने बताया, करीब 6 महीने पहले यह दीवार गिरी थी, इसके निर्माण के लिए कई बार पार्षद समेत स्थानीय लोग आवाज उठा चुके हैं लेकिन, नगर निगम ने अभी तक दीवार का निर्माण नहीं कराया। अगर दीवार बन गई होती तो यह हादसा ना होता। लोगों का कहना है, नगर निगम से शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं होती, जिस कारण खुले नाले में आए दिन हादसे होते रहते हैं।