
- मोबाइल क्रय केन्द्र के माध्यम से गांव में जाकर भी की जायेगी गेहूॅ की खरीद
- किसान/बटाईदार समय से करायें पंजीकरण क्रय केंदों पर निःशुल्क पंजीकरण की है व्यवस्था
सीतापुर। 19 मार्च को मुख्य विकास अधिकारी निधि बंसल की अध्यक्षता में किसान दिवस का आयोजन विकास भवन सभागार में किया गया। कार्यक्रम में कृषि उत्पादन से सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगणों के साथ ही किसान एवं किसान संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
सर्वप्रथम उप कृषि निदेशक एसके सिंह द्वारा उपस्थित समस्त किसान एवं किसान संगठनों के प्रतिनिधियों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी यूपी सिंह, के द्वारा गेंहूॅ खरीद के विषय में जानकारी देते हुये बताया गया कि शासन द्वारा वर्तमान रबी सत्र में गेहॅू के समर्थन मूल्य में 150.00 रू. की वृद्धि की गयी हैं तथा इस वर्ष सरकारी क्रय केन्द्रों पर 2425 रूपया कुन्टल की दर पर गेहूॅ की खरीद की जायेगी।
किसानों को गेंहूॅ की उतरायी, छनायी एवं सफाई के लिये 20 रू0 अतिरिक्त दिया जायेगा। इसके साथ ही विक्रित गेंहूॅ का भुगतान 48 घण्टे में सुनिश्चित किया जायेगा। इस वर्ष बटाईदार किसान भी मूल किसान से लिखित सहमति प्राप्त कर सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूॅ बेंच सकेगें। अधिक मात्रा में विक्रय हेतु गेंहूॅ उपलब्ध होने पर मोबाइल क्रय केंदों के माध्यम से किसान के गांव में जाकर गेंहूॅ खरीदने की व्यवस्था भी की गयी है।
जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी द्वारा बताया गया कि जनपद के सभी सरकारी क्रय केन्द्रों को सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक खोला जा रहा है। किसान/बटाईदार इन क्रय केंदों पर निःशुल्क पंजीकरण कराकर अपना गेंहूॅ बेच सकते है। वर्तमान में क्रय केन्द्रों पर गेहू की कम आवक के बारे में बताने पर उपस्थित किसानों द्वारा बताया गया कि 15 अप्रैल के उपरान्त क्रय केन्द्रों पर गेहू की आवक बढेगी।
वरिष्ठ प्राविधिक सहायक (कृषि रक्षा) शिवशंकर के द्वारा किसानों से अपील की गयी कि बसन्त कालीन गन्ने की बुवाई से पूर्व बीज तथा भूमि का शोधन ट्राइकोडर्मा हारजिएनम से अवश्य करे। जनपद की समस्त राजकीय कृषि रक्षा इकाइयों पर ट्राइकोडर्मा हारजिएनम 75 प्रतिशत अनुदान पर उपलब्ध है। कार्यक्रम में किसानों के स्तर से कुल 09 शिकायतें प्राप्त हुई।
जिन्हें सीडीओ के द्वारा किसानों के स्तर से प्राप्त शिकायतों को सुना गया तथा सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को उक्त शिकायतों का प्राथमिकता के आधार निस्तारण किये जाने हेतु निर्देशित किया गया। कार्यक्रम के अन्त में उपस्थ्ति सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापन के उपरान्त बैठक समापन की घोषणा की गयी।