देहरादून के स्पा सेंटर में सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, हल्द्वानी से रामनगर तक करते थे युवतियों की सप्लाई

 उत्तराखंड के रिजॉर्ट और स्पा सेंटर अय्याशी का खुला अड्डा बने हुए हैं। प्रदेश के तमाम स्पा सेंटर पर छापेमारी और ऋषिकेश के अंकिता हत्याकांड के बाद यह बात साबित हो चुकी है। अब उधमसिंहनगर पुलिस ने पीलीभीत निवासी एक ऐसे व्यक्ति को उसकी पत्नी और एक युवती के साथ गिरफ्तार किया है जो कुमाउं भर के स्पा सेंटर पर वेश्यावृति के लिए बांग्ला देश तक से लड़कियों की सप्लाई किया करता था। इस काले धंधे में गिरफ्तार सरगना की पत्नी भी बांग्लादेश की ही थी जो कि भारत में अवैध रूप से रह रही थी। यह गिरोह मसाज सेंटर के नाम से हल्द्वानी, रामनगर, नैनीताल, किच्छा, रूद्रपुर समेत कई स्थानों पर आठ से 15 हजार रूपये में युवतियां सप्लाई करते थे।

बता दे कि अंकिता हत्याकांड में संघ पृष्ठभूमि के लोगों की संलिप्तता की वजह से प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की सरकार की किरकिरी हुई पड़ी है। इस वजह से सरकार ने तमाम रिसोर्ट्स व स्पा सेंटर्स की जांच के आदेश दे रखे हैं। रुद्रपुर शहर में भी मसाज सेंटर के नाम से वेश्यावृति कराए जाने का इनपुट पुलिस को मिल रहा था। जिस पर एसओजी उधमसिंह नगर के प्रभारी इंस्पेक्टर भारत सिंह और एन्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की प्रभारी बसन्ती आर्य के नेतृत्व में टीमें ने सावित्री कालोनी फुलसुंगा ट्रांजिट कैम्प रुद्रपुर में रीना देवी के मकान में दबिश देकर एस्कॉर्ट सर्विस के नाम से वेश्यावृति का धंधा करवाने वाल गिरोह के सरगना अनिल मलिक उर्फ श्याम (उम्र 42 वर्ष) पुत्र सुधीर मलिक निवासी नगरिआखुर्द कला पीलीभीत हाल निवासी सावित्री कालोनी फुलसुंगा और उसकी पत्नी साथी मलिक (27 वर्ष) पत्नी अनिल मलिक निवासी ग्राम आबतपुर जिला मांगोरा (बांग्लादेश) के साथ विष्टी राय (22 वर्ष) C/O शिवराज राय निवासी छुरिया मोहल्ला तुगलकाबाद दिल्ली हाल निवासी सावित्री कालोनी फुलसुंगा को गिरफ्तार कर लिया।

हल्द्वानी से रामनगर तक करते थे युवतियों की सप्लाई

पूछताछ में पुलिस ने आरोपियों को बताया कि वह पिछले काफी समय से रुद्रपुर, किच्छा, हल्द्वानी, नैनीताल, रामनगर आदि में एस्कॉर्ट सर्विस मसाज सेन्टर के नाम से फेसबुक व व्हाट्सएप के जरिए युवतियों के फोटो आदि भेजता थे। ग्राहक तय होने पर उन्हें ग्राहक की हैसियत देखकर आठ, दस, बारह और पन्द्रह हजार रुपये में लड़कियां उपलब्ध कराते थे। इस धंधे के लिए वह लोग बांग्लादेश, पश्चिम बंगाल व दिल्ली आदि क्षेत्रों से गरीब घरों की लड़कियां लाकर सप्लाई करते थे।

पुलिस ने इन गिरफ्तार आरोपियों के पास से स्कूटी, कार, भारतीय व बांग्लादेशी नगदी भी बरामद की है। इसके अलावा तीन पासपोर्ट, जिसमें से एक खातून के नाम से बांग्लादेशी पासपोर्ट भी शामिल है। खातून के पासपोर्ट की वीजा अवधि फरवरी 2019 में समाप्त हो चुकी है। इसके बाद से वह मुख्य आरोपी की पत्नी के रूप में भारत में रह रही थी। गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ के थाना ट्रांजिट कैम्प पर धारा 370 भादवि व धारा 3/4/5/6/7/8 अनैतिक व्यापार निवारण अधि0 1956 व पासपोर्ट अधि 1967 की धारा 12 व विदेशी अधि0 1946 की धारा 14 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

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