कांट /शाहजहांपुर। यूपी में नगर निकाय के चुनाव के नजदीक आते ही पार्टियों ने जोड़ तोड़ शुरू कर दी है। इस समय सबसे ताकतवर राजनीतिक पार्टी भाजपा और प्रमुख विपक्षी दल सपा से चुजाव लड़ने बालो ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है। बात करते हैं शाहजहांपुर जनपद की कांट नगर पंचायत की जहां पर सपा के इदरीस खा के परिवार का हमेशा से सब दबा रहा हैै। जानकारी के अनुसार इस नगर पंचायत का गठन 1972 में हुआ उसके वाद से चुनाव 1989 में हुआ तब 1989 में लोकदल से इदरीस खा ने चुनाव जीता था। उसके वाद और 2012 तक सपा से चुनाव जीतते रहे । 2012 में रहीश मिया ने कांग्रेस से नगर पंचायत कांट पर कब्जा कर लियाा।
ब्राह्मण मुस्लिम मतदाताओं का है दबदबा सपा के पास है सीट
लेकिन 2017 निकाय चुनावों में महिला सीट के कारण एक वार फिर सीट पर सपा और इदरीस के परिवार का कब्जा रहा और इदरीस की पत्नी सुरैया बेगम चुनाव जीती। लेकिन गत महीनो में उनका निधन होगा और इस नगर पंचायत का चार्ज प्रशासन के पास चला गया ।भाजपा कभी भी यहां अपना खाता नही खोल पाई। पिछली बार भाजपा से चुनाव में भाजपा सपा क्रांग्रेस में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला था ।
हार जीत का अंतर भी मामूली रहा था। इस वार 2023 के चुनाव में सपा जहांं अपने पुराने घर पर ही भरोसा जता सकती है तो वहीं रहीश मिया के पत्ते खुलने बाकी है । वह भी बहुत मजबूती से चुनाव मैदान में उतरने को तैयार हैं। भाजपा की बात की जाए तो वह भी कोई कसर छोड़ने को तैयार नहीं हैं। और भाजपा से एक दर्जन से अधिक लोग टिकट की लाइन में हैं। देखने बाली बात होगी भाजपा यहां सीट अपने पाले में डाल ले तो वही कांग्रेस से इरफान खान और आम आदमी से पुत्तन बैग भी टिकट की मांग कर रहे हैं।
भाजपा टिकट के दावेदारों की लंबी लिस्ट
नगर निकाय के चुनाव में नगर पंचायत की कांट की बात करें तो टिकट मांगने बालो की लंबी लिस्ट है नगर पंचायत कांट का भाजपा ने प्रभारी संतोष दीक्षित को घोषित कर चुनाव का बिगुल फूंक दिया तो कांट नगर पंचायर में टिकट मांगने बालो में प्रमुख रूप से बिरजू मिश्रा अमरदीप शुक्ला योगेश शर्मा रजनीश कश्यप संजीव गुप्ता मुन्ना मिश्रा आनंद चतुर्वेदी और कुछ गुप्त नाम भी शामिल है सूत्रों की माने इन नामों के अलावा भाजपा से टिकट मांगने बालो के अलावा में एक या दो नाम और जो मजबूत नाम है । और वह भी भाजपा संगठन में अच्छी पकड़ रखते है लेकिन अभी तक उन्होंने अपने पत्ते नहीं खुले हैं ।।
नगर पंचायत में निर्णायक भूमिका में हैं ब्राह्मण और मुस्लिम
कांट नगर पंचायत पर ब्राह्मण और मुस्लिमों का अच्छा खासा दबदबा है ब्राह्मण और मुस्लिम नगर पंचायत कांट में निर्णायक स्थित में है । काँट एक नगर पंचायत के साथ-साथ एक प्राचीन व ऐतिहासिक स्थान है जो एक समृद्ध नगर में तेज़ी से बदल रहा है। सन् 1940 तक यह नगर ब्रिटिश सेना का हेडक्वार्टर (मुख्यालय) हुआ करता था। समय ने फिर करवट बदली और शाहजहाँपुर मुख्य शहर से मात्र 10 कि०मी० दूरी पर स्थित यह कस्बा अब बहुत तेजी से विकास कर रहा है।
भारत की 2011 जनगणना के अनुसार नगर की कुल जनसंख्या 27,137 थी, जिसमें से 14,395 पुरुष और 12,742 स्त्रियाँ थीं। यहाँ का साक्षरता दर 49.28% था, जो राज्य औसत 67.68% से कम था। पुरुषों में यह दर 56.45% और स्त्रियों में 41.17% था। कुल जनसंख्या का 16.02% उन बच्चों का था जो 6 वर्ष से कम आयु के थे। वर्तमान काल में जो शैक्षणिक संस्थायें यहाँ के भौगोलिक क्षेत्र की जनसंख्या को शिक्षा देने का कार्य कर रही हैं, वही नगर पंचायत कांट में कुल वोटर लगभग 25267 हैं जो प्रत्याशियों की भाग्य का फैसला करेंगे।।