शाहजहांपुर/अल्हागंज कस्बे में आबादी के बीच बकरा मुर्गा तथा भेड़ के मीठ का कारोबार अवैध रूप से चल रहा है। जिसके लिए निर्धारित मानक और सुरक्षा के नियमों का उल्लंघन करते हुए लाइसेंस भी नहीं हैं । घनी आबादी में मीट की दुकानों का संचालन होने के कारण बदबू फैल रही है । उससे बीमारी फैलने का भी खतरा बना हुआ है।
कस्बे के मोहल्ला पछौआ निवासी प्रतीक सिंह पुत्र देवेंद्र सिंह के द्वारा जिला अधिकारी को भेजी गई शिकायत में कहा गया है कि कस्बे सहित ग्रामीण क्षेत्रों में मीठ का अवैध कारोबार चल रहा है । इसके लिए किसी ने भी लाइसेंस भी नहीं लिया है। इसके अलावा निर्धारित मानकों और सुरक्षा की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं । खुले में बकरों मुर्गा भेंडो को मारा काटा जाता है। इनसे निकलने वाले रक्त और दुर्गंध आने जाने वालों को बहुत परेशान करती है।
इसके अलावा उस पर भिन भिनाती मक्खियां बीमारियों को दावत देती है। कारोबार करने वाले एजेंट होम डिलीवरी से लेकर दावतो और शादियों में इसकी सप्लाई करते हैं। किसी भी दुकान पर काउंटर शीशा अथवा कपड़े का पर्दा नहीं टगां हुआ है । विक्रेता जमीन पर ही टाट बिछाकर अपना कारोबार करते हैं । गुजरने वाले लोग अक्सर नाक पर रुमाल रखकर चलते हैं।
इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्रों में चोरी-छिपे बड़े जानवरों का मीठ भी बेचा जा रहा है इसके लिए एक गांव काफी चर्चित है। दूसरी तरफ थाना प्रभारी प्रदीप सेहरावत का कहना है कि मामला दो पक्षों के बीच विवाद का है। इसमें एक पक्ष के विरुद्ध एनसीआर दर्ज की गई है।