शाहजहांपुर । कांट जनपद के कांट नगर स्थित अति प्राचीन शीतला देवी मंदिर पर चैत्र नवरात्र के समापन पर दशमीं को 31 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक भवय मेले का आयोजन होने जा रहा है । मंदिर के पुजारी योगेश शर्मा बताते है कि यह मंदिर लगभग 1000 साल पुराना है। पुराने समय में इस स्थान पर शीतल नाम के राजा का किला था । ऐसा उनके पूर्वजों ने बताया है। जमीन से लाट निकली जिसको राजा ने हटाने की काफी कोशिश की पर हटी नहीं। इसलिए राजा ने उस स्थान पर ककरिया ईट का मंदिर स्थापित कर दिया था।
तब से यह स्थान शीतला खेड़ा के नाम से जाना जाता है। लोगों की मनोकामना पूर्ण होती हैं। नगर व क्षेत्र एवं जिले के सभी भक्तों की माता रानी से आस्था हमेशा रही है। भक्त अपनी मुरादे लेकर आते हैं । माता रानी उनकी मुरादें पूरी करती हैं । माता के दरबार में हर अमावस्या के दिन मेले का आयोजन होता है एवं चैत के नवरात्रि समापन पर भव्य मेले का आयोजन होता है इस दौरान दूरदराज से बढ़ाकर मां के दर्शन कर प्रसाद चढ़ाकर मनोकामना पूर्ण करने का वरदान मांगते हैं।