शाहजहांपुर में जलालाबाद पुलिस ने फर्जी आधार कार्ड बनाकर लोगों का फर्जी बैनामा करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया । जिसमें राजकुमार सिंह चौहान पुत्र रावेन्द्र सिंह निवासी ग्राम पिडारा उत्तर थाना कलान द्वारा 25.मार्च. को फर्जी बैनामा करने वालो के खिलाफ मुकदमा पजीकृत कराया था । जिस पर जलालबाद प्रभारी निरीक्षक प्रवीन सोलंकी ने पुलिस टीम गठित कर जांच कराई। जिसमें शिकायतकर्ता की बात सही पाई गई जिसके चलते पुलिस ने कार्यवाही करते हुए शनिवार की रात को पुलिस ने कोला मोड से अभियुक्त सर्वेश पुत्र रामप्रकाश ,ओमकार पुत्र रामस्वरूप , रविन्द्र पुत्र नन्हे सिंह व मुकेश पुत्र रामसेवक को गिरफ्तार कर लिया ।
अभियुक्तों के कब्जे से विजेन्द्र पुत्र रामदुलारे निवासी मुसेपुर थाना शमशाबाद जिला फरुर्खाबाद का जाली आधार कार्ड जिस पर अभियुक्त ओमकार का फोटो लगा है और पता ओमकार का लिखा है व अभियुक्त सर्वेश के कब्जे से एक मोबाईल जिसमे कई आधार कार्ड व फोटो एव जमीन के कागज के फोटो है बरामद हुये । जिन्होने पुछताछ पर बताया कि आरोपी मुकेश पुत्र रामसेवक ग्राम आधीदेई थाना कलान जिला शाहजहापुर के जनसेवा केन्द्र से मुकेश द्वारा जाली आधार कार्ड तैयार करना बताया है।
आरोपियों की निशादेही पर मुकेश पुत्र रामसेवक आदि को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले उपकरण लैपटाप , प्रिटर बरामद लैपटाप मे कई आधार कार्ड , जमीन के कागज आदि बरामद किया। आरोपी सर्वेश पुत्र रामप्रकाश ग्राम झकरेली थाना कलान , ओमकार पुत्र रामस्वरूप महामूदियापुर थाना कलान ,. रविन्द्र पुत्र नन्हे सिंह सुकनईया थाना कलान ने पुछताछ पर बताया कि उन्हें जानकारी हुयी थी कि राजकुमार जमीन खरीदना चाहता है तो हमने राजकुमार के खेत के पास ही विजेन्द्र पुत्र रामदुलारे निवासी मुसेपुर थाना शमशाबाद जिला फरुर्खाबाद की जमीन गाटा सं0 535 ज/1 रकवा 0.300 हे0 व 440 रकवा 0.405 हे0 बतायी और मौके पर जमीन दिखाई औऱ जमीन 12 हजार रुपये वीघा वेचना तय हुयी ।
कागज निकलवाकर राजकुमार को दिये औऱ कहा कि तुम चैक कर लो कागज सही है या गलत है। राजकुमार ने इन्तकाब के आधार पर तहसील जलालाबाद मे चैक करा लिया जमीन पर कोई लोन या विवाद नही था । कुल 11 वीघा जमीन 12 हजार रुपये के हिसाब से 132000 रु0 मे राजकुमार के साथ बेचना तय हुयी। तीनो ने मिलकर ओमकार के आधार कार्ड मे मुकेश पुत्र रामसेवक ग्राम आधीदेई थाना कलान से विजेन्द्र पुत्र रामदुलारे का नाम इडित कराकर जाली आधार कार्ड तैयार करा लिया। जमीन विक्री के मिलने वाले पैसो मे से 60000 रु0 ओमकार को देना देना तय हुआ। तथा 20 हजार रुपये सर्वेश 20 हजार रुपये रावेन्द्र व 20 हजार रुपये मुकेश को देना तय हुआ था ।
ओमकार को आधार कार्ड के साथ केवल खडा होना था और कहना था कि मेरी जमीन है और वेच रहा हू । सभी लोग वैनामा कराने दिनाक 25 मार्च2023 को तहसील मे आ गये। राजकुमार हम सब को वैनामे मे गवाह बनाने लगा , फोटो और आधार कार्ड मागने लगा। गवाह बनने से मना कर दिया जिस पर राजकुमार को शक हो गया और राजकुमार अपने बयाने मे दिये 20 हजार रुपये वापस मागने लगा। तहसील से पकडे जाने के डर से भाग गये थे । सोमवार को पुलिस ने सभी पर सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है।