शालिनी सिंह का पहला कविता संग्रह ओम बुक्स इंटरनेशनल से होगा प्रकाशित, विश्व कविता दिवस 2025 पर होगा विमोचन

नई दिल्ली – शालिनी सिंह, जो एक प्रतिष्ठित शिक्षाविद, पेशेवर शूटर, चित्रकार और अब कवि के रूप में अपनी पहचान बना चुकी हैं, अपना साहित्यिक पदार्पण करने जा रही हैं। उनकी कविता संग्रह को ओम बुक्स इंटरनेशनल द्वारा प्रकाशित किया जाएगा, जो भारत के अग्रणी प्रकाशन घरों में से एक है। यह संग्रह विश्व कविता दिवस के अवसर पर मार्च २०२५ में रिलीज होगा। शालिनी की यह पहली किताब साहित्यिक दुनिया में एक नई हवा का झोंका साबित हो सकती है।

लेडी श्रीराम कॉलेज से बैचलर ऑफ आर्ट्स और दिल्ली विश्वविद्यालय के कानून संकाय से बीए एलएलबी की डिग्री प्राप्त शालिनी सिंह न केवल एक समर्पित शिक्षिका हैं, बल्कि इंदिरापुरम ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स की अध्यक्ष भी हैं, जहां उन्होंने लाखों छात्रों के जीवन को दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अब वह एक कवि के रूप में अपनी लेखनी से दुनिया को नई दृष्टि देने जा रही हैं।

शालिनी सिंह की कविता यात्रा 2001 से शुरू हुई, जब उन्होंने स्कूल के दिनों में लेखन की शुरुआत की थी। समय के साथ, लेखन ने उनके जीवन को एक नई दिशा दी और वह कविता के माध्यम से अपनी भावनाओं, अनुभवों और आत्मिक ताकत को व्यक्त करने लगीं। उनका आगामी संग्रह उन क्षणों की गहरी छाप छोड़ता है जो जीवन के सबसे संवेदनशील पहलुओं को दर्शाता है – प्रेम, वियोग, और साहस।

शालिनी कहती हैं, “रचनात्मकता आत्मा का सबसे सच्चा संवाद है। इस संग्रह में मैंने उन लम्हों को बुना है जो हमें आकार देते हैं। मुझे उम्मीद है कि पाठक इन कविताओं में अपना जुड़ाव और प्रेरणा पाएंगे।”

ओम बुक्स इंटरनेशनल के प्रकाशक अजय मागो ने शालिनी की कविता संग्रह को लेकर अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, “शालिनी की कविता बुद्धि और भावना का शक्तिशाली सम्मिलन है। हम उनके शब्दों को एक व्यापक पाठक वर्ग तक पहुँचाने को लेकर उत्साहित हैं।”

ओम बुक्स इंटरनेशनल का छह दशकों से भी अधिक का समृद्ध इतिहास रहा है और यह एक मंच है जिसने भारतीय साहित्यिक दुनिया को कई महान लेखकों का तोहफा दिया है। शालिनी सिंह का यह काव्य संग्रह इस कड़ी का महत्वपूर्ण हिस्सा बन सकता है। उनकी कविताएं न केवल साहित्यिक दुनिया को प्रभावित करेंगी, बल्कि पाठकों के दिलों में गहरी छाप भी छोड़ेंगी।

इस अवसर पर, ब्रेडिंग आर्ट्स के संस्थापक अनुराग चौहान, ओम बुक्स इंटरनेशनल के प्रकाशक अजय मागो, और संपादक ज्योत्सना मेहता भी उपस्थित थे, जब शालिनी ने अपने पुस्तक समझौते पर हस्ताक्षर किए।

यह पुस्तक न केवल शालिनी सिंह की यात्रा का एक नया अध्याय है, बल्कि उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनेगी, जो जीवन में संघर्ष करते हुए अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं।

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