लोक सभा चुनाव का आगाज़ हो चुका है| एक दौर का मतदान भी हो गया है| इस चुनाव में सियासी घमासान के बीच नेताओं की तरफ से आपत्तिजनक बयानबाजी भी तेज हो गई है. चुनाव के मद्देनजर पार्टियों का चुनावी अभियान जारी है| अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए सभी दिग्गज उम्मीदवार अपने संसदीय क्षेत्रों का दिन-रात दौरा कर रहे हैं और अच्छा माहौल बनाने की कोशिश में जुटे हैं|
इस बीच भाजपा नेता एक बयान ने सियासत को गरमा दिया है| बताते चले भाजपा नेता नरेश अग्रवाल ने स्वीकार किया है कि उन्होंने शराब बांटी थी। बता से एक चुनावी सभा को सम्भोधित करते हुए अग्रवाल ने मंच से ही यह बात मान ली। उन्होंने अपने संबोधन में कहा ‘हां मैंने पासी समाज को शराब बांटी है। यह उनका कुटीर उद्योग है। मैं एक भी पासी को शराब बनाते हुए पकड़ने नहीं देना चाहता।’
मैं डंके की चोट पर कहता हूं कि मैंने शराब बांटी थी
उन्होंने आगे भाषण में कहा‘आप भविष्य में जब भी विपक्ष के नेताओं के पास मदद के लिए जाएंगे तो वो कहेंगे तीन साल रुको फिर दरोगा को देख लेंगे…और तब तक दरोगा इंस्पेक्टर हो जाएगा आपके हाथ पैर तोड़ दिए जाएंगे…हां मैं डंके की चोट पर कहता हूं कि मैंने शराब बांटी थी।
बताते चले बीते कुछ दिनों पहले भाजपा नेता के बेटे नितिन अग्रवाल पर मंदिर परिसर में मदिरा बंटवाने का गंभीर आरोप लगा था। पासी समाज के एक सम्मेलन के बाद मंदिर परिसर में नाश्ते के साथ शराब बांटी थी। बता दें कि नितिन अग्रवाल हरदोई से ही विधायक हैं। इसी सम्मेलन में नरेश अग्रवाल भी मौजूद थे। घटना से तिलमिलाए हरदोई के सांसद अंशुल वर्मा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय को शिकायती पत्र भी लिखा था। बता दें कि समाजवादी पार्टी से भाजपा में शामिल हुए पूर्व राज्यसभा सांसद अग्रवाल अपनी तीखी बयानबाजी के लिए जाने जाते हैं।