Sharkbot Malware: मोबाइल से फौरन डिलीट कर दें 3 ऐप्स, ये लीक कर रहे बैंकिंग डिटेल्स

Sharkbot Malware: अगर आप भी गूगल प्ले स्टोर से अपने मोबाइल में ऐप डाउनलोड करते हैं, तो सावधान हो जाएं, क्योंकि गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद कुछ फाइल मैनेजर ऐप्स में शार्कबॉट वायरस मिला है। हालांकि, पता चलते ही एन ऐप को प्ले स्टोर से हटा दिया गया है, लेकिन अब भी ये एप लाखों-करोड़ों मोबाइल में मौजूद हैं। इन ऐप में शार्कबोट वायरस है, जो यूजर्स की बैंकिंग डिटेल्स को हैकर्स तक पहुंचा देता है। इससे हैकर्स आपके खाते में सेंध लगाकर लाखों-करोड़ों का चूना लगा सकते हैं।

दरअसल, हर एक मोबाइल यूजर्स फोटो, वीडियो और डॉक्यूमेंट को मैनेज करने के लिए फाइल मैनेजर ऐप का इस्तेमाल करता है। फाइल मैनेजर ऐप्स गूगल प्ले स्टोर पर है और इसमें Sharkbot Trojan वायरस है, जो हैकर्स द्वारा इंस्टॉल किया जाता है। हालांकि, इंस्टॉलेशन के समय ये वायरस नहीं होता है, लेकिन बाद में ये ऐप्स रिमोट सोर्स के जरिए आपसे परमिशन लेकर शार्कबोट वायरस को लोड करता है।

क्या करता है Sharkbot वायरस?
Sharkbot वायरस बेहद खतरनाक मालवेयर है, जो यूजर्स की बैंकिंग डिटेल्स में सेंध लगा कर उसे चोरी कर लेता है। ये मालवेयर ऐसा है कि आपको नकली बैकिंग लॉगइन डिटेल्स दिखा सकता है और आप इसी धोखे में रहेंगे कि ये असली है। ऐसे में आप जो भी डिटेल्स भरेंगे, वो सब चोरी कर उन्हें हैकर्स तक भेज सकता है।

क्यों इतना खतरनाक है Sharkbot?
SharkBoth मैलवेयर कई तरह के ऑथेंटिकेशन जैसे फिंगरप्रिंट्स, पासवर्ड आदि को हैकर्स तक पहुंचा सकता है। यानी यदि आपके किसी बैंक के एप में फिंगरप्रिंट्स या कोई पासवर्ड है तो यह मैलवेयर उसे डिकोड कर आपके बैंक खाते में सेंध लगा सकता है। यहां तक कि SharkBot मैलवेयर टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन को भी चकमा दे सकता है।

ये 3 ऐप फौरन करें डिलीट : 
1- X-File Manager: अगर आपके मोबाइल में X-File Manager ऐप है तो इसे फौरन डिलीट कर दें। इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर से 10 हजार से ज्यादा बार डाउनलोड किया गया है। हालांकि, अब प्ले स्टोर ने इसे अपने प्लेटफॉर्म से हटा दिया है। इस ऐप को Victor Soft Ice LLC ने बनाया है।

2- File Voyager: दूसरा खतरनाक ऐप File Voyager है। इस ऐप को भी गूगल प्ले स्टोर से 5 हजार से ज्यादा बार डाउनलोड किया गया था। ये ऐप Julia Soft Io LLC ने बनाया है।

3- Lite Cleaner M : तीसरे खतरनाक ऐप का नाम Lite Cleaner M है। हालांकि, इस ऐप को भी गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया गया है। लेकिन अगर ये आपके मोबाइल में है तो इसे फौरन हटा दें।

क्या कहते हैं साइबर एक्सपर्ट?
– साइबर सिक्योरिटी एजेंसियों के मुताबिक, मोबाइल एप के जरिए किसी भी स्मार्टफोन को कंट्रोल किया जा सकता है। हैकर्स इसी बात का फायदा उठा रहे हैं।
– ऐसे में किसी भी एप को डाउनलोड करने से पहले उसके बनाने वाले (डेवलपर) के बारे में देख लें। इसके अलावा एप के रिव्यू और रेटिंग को भी चेक करें।
– कोई ऐप अगर अचानक से लॉगआउट हो रहा है तो उसे भी देखें और अलर्ट हो जाएं। सबसे सुरक्षित तरीका ये है कि जब भी इस तरह की कोई शंका हो तो अपने फोन को फॉर्मेट कर दें।

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