हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला की संजौली मस्जिद में अवैध निर्माण मामले में नगर निगम शिमला के कोर्ट में शनिवार को सुनवाई होगी। नगर निगम आयुक्त भुपेंद्र अत्री की अदालत में होने वाली 46वीं सुनवाई में अवैध निर्माण को लेकर फैसला आ सकता है। कोर्ट के निर्णय पर प्रदेश से लेकर देश के हिंदू संगठनों की नजर है। इससे पहले इस मामले में 45 बार सुनवाई हो चुकी है।
सात सितबंर को सुनवाई के दौरान मस्जिद कमेटी से लेकर वक्फ बोर्ड मस्जिद की ऊपर की ढाई मंजिल के निर्माण को लेकर संतोषनजक जवाब नहीं दे सके थे। कोर्ट ने निगम के कनिष्ठ अभियंता को मस्जिद की पैमाइश कर स्टेटस रिपोर्ट दायर करने के आदेश दिए । इस मस्जिद को लेकर 12 सितंबर को हिंदू संगठनों ने संजौली में उग्र प्रदर्शन किया था। हिंदू संगठनों ने ऐलान किया है कि शनिवार को होने वाली सुनवाई में अगर फैसला नहीं आया तो जेल भरो आंदोलन शुरू किया जाएगा।
दूसरी तरफ मस्जिद पर विवाद बढ़ता देख मुस्लिम पक्ष मस्जिद के अवैध हिस्से को तोड़ने के लिए निगम आयुक्त के कोर्ट में आकर लिखित आवेदन दे चुका है। ऐसे में शनिवार को होनी वाली सुनवाई काफी रोचक हो गई है और सभी की नजरें आयुक्त कोर्ट के फैसले पर टिकी है।
मस्जिद मामले की सुनवाई के मददेनजर पुलिस प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। शिमला पुलिस ने संजौली मस्जिद के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी है। साथ ही चक्कर स्थित कोर्ट परिसर में भी सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गई है। अन्य जिलों की मस्जिदों के आसपास भी पुलिस ने सुरक्षा के खासे इंतजाम किए हैं।
इस बीच संजौली मस्जिद विवाद पर सुनवाई से पहले हिन्दू संगठन देवभूमि संघर्ष समिति ने आज आने वाले फैसले में न्याय के लिए कल शाम शिमला सहित अन्य जिलों के मंदिरों में हनुमान चालीसा का पाठ किया। देवभूमि संघर्ष समिति ने कहा कि नगर निगम आयुक्त के कोर्ट में अगर देवभूमि और सनातन के पक्ष में फैसला नहीं आया तो प्रदेश भर में छह अक्टूबर से जेल भरो आंदोलन शुरू किया जाएगा।