रक्षाबंधन का पर्व अब समाप्त हो चुका है अब श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। लेकिन यह पर्व कब मनाया जाए, इसे लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। जानिए कैसे
ज्योतिषाचार्य विपिन चंद्र जोशी ने बताया कि यह जन्माष्टमी भगवान श्रीकृष्ण की 5245वीं जयंती है।
जन्माष्टमी का मुहूर्त:
अष्टमी तिथि-
2 सितंबर 2018 को शाम 20:47 बजे के बाद अष्टमी तिथी शुरू होगी
3 सितंबर 2018 को शाम 19:19 बजे तक रहेगी।
निशित पूजा टाइम – 23:58 से 24:44 बजे तक। यानी 45 मिनट तक पूजा का निशित मुहूर्त है।
यह मुहूर्त व्रत रखने वालों के लिए होगा कि क्योंकि 3 सितंबर को शाम 8 बजे तक ही रोहणी नक्षत्र रहेगा। जबकि भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्स 3 सितंबर की रात को ही मनाया जाएगा। क्योंकि सूर्योदय के अष्टमी तिथि का सूर्योदय 3 सितंबर को होगा। व्रत का परायण 3 सितंबर को रात आठ बजे के बाद किया जा सकेगा। क्योंकि आठ बजे तक रोहिणी नक्षत्र रहेगा।