ऑटोमोबाइल्स इंडस्ट्री को अभी तक सेमीकंडक्टर से कोई राहत नहीं मिली है, इसकी सीधा परिणाम वाहनों की होने वाली कुल बिक्री पर जाता है। सियाम के रिपोर्ट्स अनुसार जनवरी में यात्री वाहन थोक बिक्री में 8 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। संगठन का कहना है कि इस गिरावट की मुख्य वजह सेमीकंडक्टर की ग्लोबल कमी है।
पैसेंजर व्हीकल की थोक बिक्री (8 फीसद गिरावट)
जनवरी 2022 में कुल यात्री वाहन थोक बिक्री – 2,54,287 यूनिट्स थी।
जनवरी 2021 में कुल यात्री वाहन थोक बिक्री- 2,76,554 यूनिट्स थी।
पिछले महीने पैसेंजर वाहनों को डिस्पैच करने की संख्या 1,26,693 यूनिट्स थी, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 1,53,244 यूनिट्स थी। इसी तरह जनवरी 2021 में 11,816 यूनिट्स से समीक्षाधीन अवधि में वैन डिस्पैच घटकर 10,632 इकाई रह गई। हालांकि, यूटिलिटी व्हीकल की बिक्री जनवरी 2021 में 1,11,494 यूनिट्स की तुलना में पिछले महीने बढ़कर 1,16,962 यूनिट्स पहुंच गई है।
दोपहिया बिक्री (21 फीसद गिरी)
एक साल पहले की अवधि में 14,29,928 यूनिट्स से कुल दोपहिया वाहनों की डिस्पैच 21 प्रतिशत घटकर 11,28,293 यूनिट्स रह गई। इसी तरह, तीन पहिया वाहनों की थोक बिक्री पिछले महीने 24,091 यूनिट्स रह गई, जो जनवरी 2021 में 26,794 यूनिट्स थी। पिछले महीने कुल डिस्पैच बिक्री घटकर 14,06,672 यूनिट रह गया, जो पिछले साल के इसी महीने में 17,33,276 यूनिट था।
सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल (सियाम) के महानिदेशक राजेश मेनन ने कहा कि ओमिक्रॉन से संबंधित चिंताओं और सेमीकंडक्टर की कमी दोनों के कारण जनवरी 2022 में जनवरी 2021 की तुलना में बिक्री में फिर से गिरावट आई है। ग्रामीण इलाकों में प्रवेश स्तर के मॉडल कम होने के कारण स्पष्ट रूप से दोपहिया वाहनों की मांग का मुद्दा है। दूसरी ओर, पैसेंजर सेगमेंट आपूर्ति पक्ष की चुनौतियों के कारण बाजार की मांग को पूरा करने में असमर्थ है। बिक्री कम होने से तिपहिया वाहन बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। पिछले महीने देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने जनवरी 2021 में 1,39,002 इकाइयों की तुलना में 1,28,924 इकाइयां ही बेचीं।