सीतापुर। 3 अक्टूबर को डेलीगेट का चुनाव था। जिसमें पूर्व चेयरमैन तथा अधिवक्ता राम नारायण त्रिवेदी ने धांधली का आरोप लगाया है। वहीं कई स्ािानों पर हल्का विवाद भी देखने को मिला। फिलहाल कई स्थानों पर चुनाव हुआ है तो कई स्थानों पर डेलीगेट निर्विरोध निर्वाचित हो गए है।नामांकन न होने के चलते अधिकांश डेलीगेट निर्विरोध चुन लिए गए।
जिले में सात समितियों में डेलीगेट के 3,460 पद हैं। इनमें सिर्फ 24 पदों के लिए सीतापुर, हरगांव और रामगढ़ समितियों पर गुरुवार को मतदान हुए। सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम रहे। हरगांव डेलीगेट के कुल 807 पद हैं। इसमें 690 निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए। वहीं, 21 डेलीगेट निर्वाचन क्षेत्रों के लिए गुरुवार को सहकारी गन्ना विकास समिति के अलग-अलग कक्षों में मतदान हुआ। सुबह आठ से चार बजे के बीच मतदान हुआ।
इसके बाद एक घंटे में मतगणना पूरी कर ली गई। पूर्व चेयरमैन तथा अधिवक्ता राम नारायण त्रिवेदी ने नामांकन की तरह चुनाव में भी धांधली किए जाने का आरोप लगाया है। निर्वाचन अधिकारी आत्म प्रकाश रस्तोगी ने बताया कि चुनाव शुचितापूर्ण ढंग से संपन्न हुए हैं। धांधली के आरोप निराधार हैं। जिले में सहकारी गन्ना विकास समिति हरगांव, बिसवां, महोली, रामगढ़, सीतापुर व कमलापुर के साथ दि किसान सहकारी समिति महमूदाबाद है। इन समितियों के सदस्यों की संख्या 3,50,000 से अधिक है। सदस्यों को समितियों के बोर्ड गठन के लिए 3,460 प्रतिनिधियों का चुनाव होना है, जिसके सापेक्ष सिर्फ 3, 121 ही नामांकन हो पाए थे।
इनसेट- 10 अक्टूबर को डायरेक्टर के लिए होगा नामांकन
प्रतिनिधि यानी डेलीगेट के निर्वाचन की प्रक्रिया गुरुवार को पूरी हो गई है। सात अक्टूबर से डायरेक्टर (प्रबंध कमेटी के सदस्यों) को चुने जाने की प्रक्रिया शुरू होगीं। मतदाता सूची का प्रदर्शन होगा। आठ अक्टूबर को आपत्तियों ली जाएंगी। नौ सितंबर को अनंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन होगा। 10 अक्टूबर को पर्चे दाखिल होंगे। इसके अगले दिन नामांकन पत्रों की जांच होगी। 14 अक्टूबर को पर्चा वापसी की तारीख है। 16 अक्टूबर को मतदान और मतगणना के लिए निर्धारित किया गया है।