
सीतापुर। केंन्द्र सरकार द्वारा सेना में भर्ती होने के लिए लाई गई अग्निपथ योजना इस वक्त बेहद चर्चा में है। कोई इसका विरोध कर रहा है तो अनेकों लोग इसका समर्थन भी कर रहे है। योजना को लेकर सहमत अव असहमत हैं या जिस तरह से विरोध हो वह सही है या गलत इसको लेकर आज दैनिक भास्कर ने शहर के गणमान्यों तथा समाजसेवियों से वार्ता की।
दैनिक भास्कर ने अग्निपथ योजना पर शहर के गणमान्यों से की वार्ता
जिसमें सभी ने एक स्वर में विरोध करने के तरीके को गलत ठहराया तथा उसकी निंदा की। आइए जानते हैं कि किसने क्या कहा। शहर के समाजसेवियों ने विरोध करने के तरीको को बताया गलत
उम्र सीमा को और बढ़ाया जाना चाहिए
शहर के प्रतिष्ठित समाजसेवी तथा अग्रवाल सभा के अध्यक्ष मुकेश अग्रवाल कहते हैं कि सरकार को उम्र पर ध्यान देने की जरूरत है। सरकार ने जो 17 वर्ष से 23 वर्ष किया है उसे और बढ़ा कर 22 से 26 वर्ष करना चाहिए ताकि लोग समय पर जाब पा सके।
वहीं उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा लाई गई यह योजना बेहद अच्छी है। इससे फौज में जाने का मौका तथा देश की सेवा करने का मौका हर भारतीय युवा को मिलेगा। वहीं उन्होंने कहा कि जिस तरह से इसका विरोध हो रहा है वह कतई गलत है इस तरह से विरोध नहीं किया जाना चाहिए।
इसे जाॅब नहीं प्रशिक्षण का नाम देना चाहिए

शहर के समाजसेवी दिनेश अग्रवाल कहते हैं कि चार वर्ष की कोई नौकरी नहीं होती इसे अपने तरीके से प्रशिक्षण का नाम दिया जाना चाहिए था। हालांकि उन्होंने योजना को बेहद अच्छा बताते हुए कहा कि इससे रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। प्रशिक्षण लेकर जब युवा बाहर निकलेंगे तो उन्हें सरकार द्वारा दी जाने वाली धनराशि से रोजगार करने का भी अवसर प्राप्त होगा।
रोजगार के बढ़ेगे अवसर

शहर के समाजसेवी तथा व्यापारी विनय गुप्ता कहते हैं कि जिस उम्र में युवा रोजगार के लिए दर-दर भटकते देखे जाते हैं उस उम्र में सरकार द्वारा रोजगार प्रदान किया जा रहा है और क्या चाहिए। यह बहुत अच्छी योजना है। इससे रोजगार मिलेगा। उन्होंने भी उम्र को लेकर सवाल खडे किया। उनका कहना था कि सरकार को 23 से 25 वर्ष समयसीमा करनी चाहिए।
विरोध करने का तरीका पूरी तरह से गलत

शहर के व्यापारी व समाजसेवी तथा अग्रवाल सभा के महामंत्री नवीन अग्रवाल कहते हैं कि जिस तरह से देश में योजना का विरोध हो रहा है वह पूरी तरह से गलत है। विरोध तो देश पर कुर्बान होने वाले क्रांतिकारियों ने भी किया था लेकिन उन्होंने हिंसा का रास्ता नहीं अपनाया था। इस तरह से विरोध करने वाले कभी भी देश भक्त नहीं कहला सकते। राष्ट्रीय संपत्ति को क्षति पहुचाना कहा का विरोध है।
देश की सुरक्षा होगी मजबूत
सूाजसेवी व स्टडीवेल पब्लिक स्कूल के प्रबंधक विनीत अग्रवाल कहते हैं हैं कि देश के युवाओं को सेना में भर्ती होने का मौका मिल रहा है, इससे देश की सुरक्षा मजबूत होगी और इसे नौजवानों को मिलिट्री सर्विस का मौका देने के लिए लाया गया है, यही नहीं इस योजना के तहत देश में रोजगार भी बढ़ेगा।

4 साल आर्मी में नौकरी करने के बाद अग्निवीर के अनुभव से विभिन्न क्षेत्रों में प्राइवेट और सरकारी नौकरी उन्हें मिलेगी। जिस उम्र में बच्चे गलत रास्ता पकड़ लेते है उसी उम्र में ज बवह देश की सेवा करने लगेगे तो वह कुछ बनकर ही लौटेगे।