
सीतापुर। इस निकाय चुनाव में अबकी बार भाजपा ने लहरपुर सीट पर आश्चर्यजनक रूप से अपना कोई भी प्रत्याशी घोषित नहीं किया। वहीं इस सीट पर प्रत्याशी के नाम के स्थान पर ‘मुस्लिम बाहुल्य’ टाइटल से चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया कि कहीं भाजपा ने जाने-अनजाने सपा प्रत्याशी कैसरजहां की राह आसान तो नही कर दी।
सूची में लिख दिया ‘मुस्लिम बाहुल्य’, नहीं उतारा प्रत्याशी
इस पर जब दैनिक भास्कर ने भाजपा जिलाध्यक्ष अचिन मेहरोत्रा से बात की तो उन्होंने बताया कि लहरपुर सीट पर अध्यक्ष पद की दावेदारी के लिए दो प्रत्याशियों हाजी जावेद व जमी अंसारी ने संपर्क किया था। इन दोनों दावेदारों ने भाजपा से सिंबल न देकर इन्हें समर्थन करने का अनुरोध किया था जिस पर भाजपा ने असहमति जताई। साथ ही पार्टी नियमों का हवाला देते हुए कहा कि भाजपा आवेदन किये हुए प्रत्याशियों में से ही योग्य प्रत्याशी को सिंबल देती है।
अगर आप इस सीट से भाजपा के सिंबल पर लड़ना चाहते हैं तो आवेदन करें, भाजपा आपके नाम पर विचार कर टिकट दे सकती है। बिना टिकट समर्थन देने की हमारी कोई नीति नही है। इसके बाद दोनों ही प्रत्याशियों ने टिकट के लिए मना कर दिया। जिसके चलते इस सीट को खाली छोड़ दिया गया और यहां प्रत्याशी के नाम के स्थान पर ‘मुस्लिम बाहुल्य’ लिख दिया गया।
अगर पिछले चुनाव में इस सीट पर भाजपा के प्रदर्शन की बात करें तो इस सीट पर 2017 में भाजपा से मनोज लड़े थे। इस चुनाव में इन्हें करारी शिकस्त मिली थी। इस चुनाव में ये तीसरे नंबर पर रहे थे और इन्हें मात्र 2031 वोट मिल सके थे जो कि कुल मतदान का मात्र 6.22 प्रतिशत था यहां तक कि ये अपनी जमानत भी नहीं बचा सके थे।