सीतापुर। रेउसा शासन-प्रशासन द्वारा माक्ड्रिल रिहर्सल कार्यक्रम चहलारी घाट स्थित पुल के नीचे घाघरा नदी में बाढ़ के समय गांव के डूब रहे 3 लोगों को एनडीआरएफ के जवानों ने नदी से बाहर निकाला। स्वास्थ्य कैंप में प्राथमिक उपचार डॉक्टरों की टीम द्वारा किया गया। दो की हालत गंभीर देखते हुए जिला अस्पताल रेफर किया गया। रेउसा के चहलारी घाट पुल के नीचे एनडीआरएफ पीएसपी पुलिस तहसील प्रशासन सिंचाई विभाग पुलिस टीम व स्वास्थ्य टीम द्वारा मार्क ड्रिल रिहर्सल प्रोग्राम का आयोजन किया गया। गौलोक कोड़र, चहलारी, नागिनापुरवा, श्यामनगर, सुंदरनगर गांव मे बाढ़ के दौरान घाघरा नदी का पानी ग्रामीणों के घरों मे भर जाने के बाद एक नाव पर गांव के करीब आधा दर्जन ग्रामीण पलायन कर सुरक्षित स्थान की तरफ से जा रहे थे।
बिसवां तहसील प्रशासन व थानाध्यक्षों ने किया माॅकड्रिल
इस दौरान घाघरा नदी में नाव पलट गई जिसमें तीन लोग डूब रहे थे। मौके पर मौजूद एनडीआरएफ के जवानों द्वारा नदी में छलांग लगाकर डूब रहे तीनों ग्रामीणों को नदी के बाहर सुरक्षित निकाला गया। स्वास्थ्य शिविर कैंप में उपचार हेतु भेजा गया। स्वास्थ्य टीम द्वारा प्राथमिक उपचार किया गया। एक व्यक्ति की हालत गंभीर देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जल विभाग द्वारा गांव के ग्रामीणों को जानकारी दी गई। बाढ़ के समय सुरक्षा के लिए लाइफ जैकेट पहने तथा नाव पर क्षमता से अधिक लोग ना बैठे। स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताया गया कि बाढ़ के समय अनेकों बीमारियां फैलती हैं जिससे बचाव के लिए स्वास्थ्य टीम हर समय आपके बाढ़ चैकी पर मौजूद रहेगी।
तहसील प्रशासन और पुलिस से विभाग द्वारा ग्रामीणों को बताया गया कि रात्रि में नदी व नाला के किनारे ना जाएं, बच्चों पर ज्यादा ध्यान रखें, जंगली जीव जंतु बाढ़ के समय आ जाते हैं इसलिए रात्रि में उजाला के लिए लालटेन सौर ऊर्जा लाइट मोमबत्ती आदि का प्रयोग करें। इस अवसर पर तहसीलदार बिसवां अबिचल प्रताप सिंह, सिंचाई विभाग अधिशासी अभियंता विशाल पोरवाल, समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक पुष्कर वर्मा, डॉक्टर विकास मिश्रा, थानाध्यक्ष रेउसा संतोष कुमार, थानाध्यक्ष थानगांव रामप्रकाश, रामपुर मथुरा थाना अध्यक्ष महेश चंद्र पांडेय, थानाध्यक्ष सकरन एनडीआरएफ टीम पीएससी टीम तहसील प्रशासन कर्मचारी ग्राम प्रधान महिलाए व ग्रामीण मौजूद रहे।