
नैमिषारण्य-सीतापुर। एक तरफ जहां प्रदेश सरकार नैमिषारण्य तीर्थ के ऐतिहासिक विकास के दावों को लेकर विकास योजनाओं का लोकलुभावन खाका तैयार कर रही है वहीं दूसरी तरफ तीर्थ की अव्यवस्थाओं की डरावनी तस्वीर श्रद्धालुओं की परेशानियों का सबब बनती नजर आ रही है। इस समय एक तरफ जहां चक्रतीर्थ पर तीर्थ की बाउंड्री को तोड़कर विकास कार्यों का दौर चल रहा है वहीं दूसरी तरफ चक्रतीर्थ की सीढि़यों पर लगी काई खुद ही प्रशासनिक सक्रियता की बदहाली को बयां करती नजर आती है। आलम कुछ यूं है कि आए दिन सीढि़यों पर लगी काई से फिसल कर लोग गिरते रहते हैं कई बार तो लोग चोटिल भी हो जाते हैं।
यह आलम तब है जबकि चक्रतीर्थ पर आए दिन किसी न किसी वीआईपी हस्ती का आगमन लगा रहता है अभी कुछ दिन पहले ही अमावस्या पर्व गुजरा है जिस पर लाखों लोगों की भीड़ हुई थी। रविवार शाम आंध्र प्रदेश की 65 वर्षीय महिला श्रद्धालु राधा कुमारी अपने ग्रुप के साथ नैमिषारण्य दर्शन के लिए आई थी जब वह चक्रतीर्थ पर नीचे आचमन करने गई तो वहां काई की वजह से मौजूद फिसलन के चलते गिर पड़ी और उसके हाथ में गंभीर चोट आ गई। मौके पर मौजूद लोगों द्वारा आनन-फानन में उसे बाहर निकाल गया। इस दौरान किसी ने टोल फ्री मेडिकल हेल्पलाइन पर फोन कर एंबुलेंस बुलाई तब जाकर महिला को उपचार के लिए मिश्रित सीएचसी भेजा गया।
यहां से महिला को सीतापुर रेफर किया गया। फिसल कर गिरने की वजह से महिला के हाथ में फैक्चर हो गया था जिसके चलते उसे अब कई दिन बेड पर गुजारने होंगे। इस बारे में जब नवागत नगर पालिका ईओ सुरजीत कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा की घटना संज्ञान में आई है, मैंने अभी-अभी पालिका का चार्ज लिया है। मैं तीर्थ की सीढि़यों की साफ सफाई करवा कर फिसलन की समस्या दूर कराऊंगा साथ ही मैं तीर्थ की व्यवस्थाओं का स्वयं भी समय-समय पर निरीक्षण करता रहूंगा।










