सीतापुर: शासन द्वारा भूमि सम्बंधी मामले का त्वरित निस्तारण किए जाने के निर्देश के बाद न्यायालय में सुनवाई करने बैठी एसडीएम से अधिवक्ताओं से तीखी नोकझोंक हुई। अधिवक्ता एसडीएम द्वारा त्वरित मामले बिना अधिवक्ताओं के सुने जाने का विरोध कर रहे थे। बताया जाता है कि अधिवक्ता अपने एक साथी की भूमि पर हुई 145 की कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं और उसी के। चलते हड़ताल पर हैं। अधिवक्ताओं ने कोर्ट में अधिकारी को मारने की बात कही तो एसडीएम भड़क गईं और इसबीच दोनों के बीच तीखी नोंकझोंक हुई।
लायर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अखिलेश वर्मा ने बताया कि अधिवक्ता हरि करन यादव के कब्जे में 09 बीघा खुद की तथा नौ बीघा उनकी चाची की समेत कुल 18 बीघे भूमि है। उक्त पूरी भूमि पर हरिकरन यादव न3 गेहूं की फसल बो रखी थी। हरिकरन यादव की चाची की भूमि पर एसडीएम कोर्ट में मुकदमा चल रहा था। आरोप है कि एसडीएम ने पूरी 18 बीघे जमीन विवादित मानते हुए उसपर 145 की कार्रवाई कर गेहूं की फसल पुलिस की देखरेख में कटवाकर कब्जे में ले ली।
इसके विरोध में पिछले दिनों से अधिवक्ता एसडीएम कोर्ट का बहिष्कार कर रहे थे। भूमि संबंधी मामले का त्वरित निस्तारण करने के लिए प्रतिदिन न्यायालय में गुण और दोष के आधार पर जल्दी जल्दी मुकदमें निपटाने व काफी समय से लंबित मुकदमों को सूचीबद्ध करके ग्राम चौपाल लगाकर मामलों का निस्तारण किए जाने के शासन के निर्देश पर एसडीएम बुधवार को सुबह करीब 11 बजे न्यायालय में वादकारियों के मुकदमें सुनने के लिए बैठीं।
इस बीच करीब दो दर्जन अधिवक्ता न्यायालय के अंदर घुस आए। अधिवक्ता न्यायालय में सुनवाई का विरोध करने लगे। एसडीएम ने शांत रहकर मामलों का निस्तारण करने की बात कही तो अधिवक्ता और भड़क गए तथा तहसील के कार्यों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाने लगे।
एसडीएम ने अधिवक्ताओं से कहा कि आप लोगों द्वारा सोमवार को भी नायब तहसीलदार महमूदाबाद दीना नाथ यादव से उनके कोर्ट में अभद्रता की गई थी जो गलत है। अगर आप लोगों को कोई फैसला गलत लगता है तो आप विधिक रूप से सम्बंधित कोर्ट से उच्च न्यायालय में अपील करें। इसपर भीड़ से किसी अधिवक्ता द्वारा कहा गया कि अभी तो समझाया ही है और जरूरत पड़ी तो मारेंगे। इसबात को लेकर एसडीएम काफी भड़क गईं और बोली कि तुम किसी भी अधिकारी को मारकर दिखाओ। इसबीच अधिवक्ताओं व एसडीएम के बीच काफी तू-तू मैं-मैं भी हुई। आखिरकार मौके पर कोतवाली पुलिस ने मामला शांत कराते हुए न्यायालय खाली कराया।
लायर्स एसोशिएशन महमूदाबाद अध्यक्ष अखिलेश वर्मा ने बताया कि अधिवक्ता हरि करन यादव की नौ बीघा खुद की व नौ बीघा चाची की जमीन समेत कुल 18 बीघा जमीन है। चाची की जमीन पर मुकदमा चल रहा है। एसडीएम ने पूरी 18 बीघा जमीन पर 145 की कार्रवाई करते हुए पूरी गेहूं की फसल पुलिस की मौजूदगी में कटवाकर बिकवा दी है। इसबात को लेकर अधिवक्ता हड़ताल पर हैं इसके बावजूद एसडीएम ने अधिवक्ताओं के बिना न्यायालय में बैठकर सुनवाई शुरू कर दी, जिसके चलते विरोध किया गया है।
एसडीएम महमूदाबाद शिखा शुक्ला ने बताया कि अधिवक्ताओं द्वारा सोमवार को भी नायब तहसीलदार महमूदाबाद दीना नाथ यादव से उनके कोर्ट में किसी मामले में सुनवाई के दौरान अभद्रता की गई थी। आज सुनवाई के दौरान बड़ी संख्या में अधिवक्ता न्यायालय में घुस आए और सुनवाई के विरोध करने लगे। शासन द्वारा लगातार भूमि संबंधित लंबित मुकदमों की जल्द से जल्द सुनवाई कर उनका निस्तारण किए जाने के निर्देश मिल रहे हैं।
प्रतिदिन शासन, राजस्व परिषद, मंडलायुक्त, जिलाधिकारी समेत अन्य उच्चाधिकारियों द्वारा मामलों के निस्तारण की समीक्षा की जा रही है, जिसके चलते कोर्ट में सुनवाई करना आवश्यक है। अगर अधिवक्ताओं को मेरे किसी फैसले से आपत्ति है तो उन्हें कोर्ट की कार्रवाई बाधित करने और अधिकारियों से अभद्रता करने के बजाय उच्च न्यायालय में अपील करनी चाहिए। मेरे कोर्ट में मुझसे अधिकारियों के साथ मारपीट किए जाने की धमकी अधिवक्ताओं द्वारा दी गई है।