
सीतापुर। जिले के ग्रामीण क्षेत्र के वह भू माफिया सचेत हो जाए जिन्होंने सरकारी भूमि पर कब्जा कर रखा है और फसलों की बुआई कर रखी है। अब उन लोगों से खेत मई और जून के महीनों में खाली कराए जाएंगे। दरअसल मई तथा जून के महीनों में खेतों में कोई फसल होती नहीं है और वह खाली होते है। जिससे प्रशासन को कब्जा करने में कोई दिक्कत नहीं होगी। बताते चलें कि ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी जमीनों पर लोगों ने कब्जा कर रखा है और इस वक्त कब्जा को खाली कराए जाने को लेकर प्रशासन द्वारा अभियान चलाया जा रहा है।
इन दो महीनों में नहीं होती है खेतों में फसलों की बोआई
अभियान चलाए जाने के दौरान अस्कर देखने में आता है कि पहले ग्रामीण कब्जा छोड़ने में आना कानी करते है और जब जानते हैं कि अब खाली ही करना पड़ेगा तो खेतों में फसलों के खड़े होने की दुहाई देते हुए बच निकलते हैं मगर अब ऐसा नहीं होगा। डीएम के निदे्रश पर एसडीएम व तहसीलदार ज्ञानेन्द्र द्विवेदी ने एक रणनीति तैयार की है जिसके तहत अब ग्रामीण क्षेत्र के विवादित खेत जिन पर लोगों ने कब्जा कर रखा और उन पर फसलों की बुआई कर रखी है। ऐसे सभी खेतों से अवैध कब्जे मई तथा जून के महीनें में खाली कराए जाएंगे।
खाली कराई गई सरकारी भूमि
सरकारी भूमियों से कब्जा हटाने के अभियान में आज गांव महमूदपुर में रकबा 1.444 हेक्टेयर सरकारी भूमि जिलाधिकारी के निर्देश और एसडीएम के आदेश पर तहसीलदार सदर ज्ञानेन्द्र द्विवेदी के नेतृत्व में लेखपाल विवेक पांडेय और तहसील की टीम ने खाली कराई गई। इस गांव में लगातार 3 से 4 दिन टीम काम करके सारी सरकारी भूमि को चिन्हित करेगी और जिन भूमियों पर अवैध कब्जा होगा उसको खाली कराया जाएगा।