मछरेहटा-सीतापुर कुछ दिन पूर्व मुख्य विकास अधिकारी द्वारा जनपद में मनरेगा से बने पशुबाड़ो की जांच सम्बन्धी आदेश के निर्देशो के बाद जिले में अफसरों ने पशुबाड़ो की जांच प्रारम्भ कर दी है बताते चले कि मनरेगा के अंतर्गत व्यक्तिगत लाभार्थी परक योजना से पशुबाड़ो का निर्माण जनपद में बड़े पैमाने पर कराये गए थे ।और इन पशुबाड़ो के निर्माण में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी देखने को मिली थी । जनपद में बहुततायत ऐसे लोगो को पशुबाड़ो का आवंटन कर दिया गया जिनके पास मवेशी ही नही है और कई जगह धन आवंटन के बावजूद भी पशुबाड़ो को केवल कागजो पर ही बना दिया गया था ।दिनाँक 31 दिसम्बर को सात अफसरों को 36 पशुबाड़ो की जांच करने के निर्देश मुख्य विकास अधिकारी अक्षत वर्मा द्वारा दिए गए थे ।
इसी क्रम में विकास खण्ड मछरेहटा में डीपीआरओ मनोज कुमार व तकनीकी अपर परियोजना निदेशक मानवेन्द्र यादव द्वारा ग्राम पंचायत मिरचौड़ी ,भिठौरा ,सिसेंडी ,पहाड़पुर ,गढ़ी ,भधेभर बनियामउ आदि ग्राम पंचायतों में मनरेगा द्वारा बनाये गए पशुबाड़ो का औचक निरीक्षण किया गया इन ग्राम पंचायतों के सम्बंधित साचिव भी साथ रहे।डीपीआरओ मनोज कुमार के द्वारा रविवार को मछरेहटा विकास खण्ड की उक्त पंचायतो के पशुबाड़ो का स्थलीय निरीक्षण किया गया ।जिनमे कई ग्राम पंचायतों में अनिमितताये पाई गई। कही कहीं लोगो ने पशुबाड़ो में ही अपना आवास बना है जिनेम एक तरफ बिस्तर लगा मिला व भोजन भी बनता मिला कही कही पशुबाड़े बने परन्तु उसमे मवेशी ही नही है ।
इसी मध्य ग्राम पंचायत मिरचौड़ी में बने पंचायत भवन का भी निरीक्षण किया गया जहाँ गंदगी की देखकर जिला पंचायत राज अधिकारी ने साचिव राम कृष्ण को फटकार लगाई और पंचयात में बने पुस्तकालय को सुचारू रूप से संचालित करने व साफ सफाई के निर्देश दिए ।डीपीआरओ मनोज कुमार द्वारा मिरचौड़ी में बने 30 पशुबाड़ो व सिसेंडी में 21,बनियामउ में 24 ,भिठौरा में 15 ,भदेभर में 14 , गढ़ी में 12,पहाड़पुर में 11 पशुबाड़ो का औचक निरीक्षण किया गया ।निरीक्षण के समय मछरेहटा एडीओ पंचायत सन्दीप कुमार व सम्बंधित पंचायतों के साचिव भी मौके पर उपस्थित रहे ।