सीतापुर। शहर के अंदर सरोजनी वाटिका के पास में स्थित वर्षो से नजूल की भूमि पर चलाए जा रहे एक स्कूल की असलियत खुलने के बाद प्रशासन ने पटटा निरस्त कर जमीन को कब्जे में ले लिया है। डीएम ने इस पर अस्पताल बनाए जाने की बात कही है। 117 वर्ष पूर्व इस जमीन को नजूल नियमावली के तहत एक संस्था के नाम पर लिया गया था। बाद में स्कूल के नाम पर गेट लगाकर कब्जा कर लिया गया। यही नहीं बताया जाता है कि जो स्कूल चल रहा था वह भी फर्जी तथा अवैध रूप से चलाया जा रहा था।
नजूल की भूमि पर फर्जी रूप से चलाए जा रहे स्कूल का हटाया गया कब्जा
इसकी जानकारी जब डीएम को हुई तो उन्होंने इसकी जांच कराई जिसमें शिकायत सही पाई गई। जिस पर डीएम ने नजूल भूमि का पटटा निरस्त करते हुए विधिक कार्रवाई की। यही नहीं प्रशासन ने स्कूल प्रबंधतंत्र को अपनी बात रखने की मोहलत भी दी लेकिन जब उस पर कोई जबाब नहीं मिला तो आगे की कार्रवाई करते हुए जमीन को कब्जे में ले लिया।
क्या कहते हैं डीएम
डीएम अनुज सिंह से इस बारे में जब दैनिक भास्कर ने वार्ता की तो उन्होंने बताया कि सभी कार्य विधि रूप में किए गए है। उन्होंने बताया कि इस पर अस्पताल बनाए जाने की रणनीति तैयार की गई है। शासन को पत्र लिखा गया है जैसे ही वहां से हरी झंडी मिलेगी आगे की कार्रवाई शुरू करा दी जाएगी।
टाउन हाल की खुलेगी फाइल
शहर के बीचोबीच सिथत टाउनहाल की जमीन पर भी प्रशासन की नजर घूम चुकी है। डीएम अनुज सिंह की माने तो टाउन हाल को लेकर शासन को भेजी गई रिपोर्ट में बहुत कुछ खुलने वाला है। यह जमीन भी अवैध कब्जेदारों से मुक्त कराई जाएगी। शासन का जैसे ही आदेश मिलेगा तत्काल कार्रवाई शुरू होगी।