सीतापुर: आर्यावर्त बैंक टिकरा में बैंक कर्मियों ने लूट ली किसानों की बैंक में जमा मेहनत की कमाई

सीतापुर (बिसवां): बिसवां क्षेत्र के अंतर्गत कुछ माह पूर्व आर्यावर्त बैंक की शाखा टिकरा में कई किसानो का रुपए गलत तरीके से उनके खाते से निकाल लिया गया। किसान  क्रेडिट कार्ड बनने व ऋण की राशि जमा करने के दौरान किसान बैंक कर्मियों की धांधली का शिकार बन रहे हैं।

बैंक शाखा से जुड़े दर्जन भर से अधिक किसान अपनी जमा पूंजी गंवाने के बाद उन्हें कई माह बीत जाने के बाद भी न्याय नहीं मिल पाया है।किसानों का आरोप है कि बैंक मैनेजर व बैंक के स्टाफ ने बड़ी चालाकी के साथ हम सब की खून पसीने की कमाई को लूट लिया।     किसानों ने बताया कि हमारी शिकायत पर जांच करने आए अधिकारी हम किसानों को बंद कमरे में बिठाकर जॉच करने के बजाय हम पर शिकायत वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। जॉच अधिकारियों की ऐसी जाँच प्रणाली से घोटाले का शिकार हुए किसान असंतुष्ट हैं।किसानों का कहना है कि पूर्व बैंक मैनेजर सौरभ सोनकर व कैशियर प्रवीण श्रीवास्तव,चपरासी अनुज सिंह तथा फील्ड आफीसर मनीष सिंह के किसानों के गलत तरीके से रुपये हड़पने की जांच सीसीटीवी की निगरानी में हो तथा रुपए निकालने के समय की भी सीसीटीवी फुटेज देखी जाय।

जाँच से एक सप्ताह पूर्व सभी पीड़ित किसानों को सूचित करके जांच में शामिल किया जाय। ताकि सभी पीड़ित किसान जांच में पहुंच सके। इससे पूर्व किसानों द्वारा पूर्व में उच्चाधिकारियों को शिकायती पत्र देकर निष्पक्ष जांच की माँग कर चुके हैं। लेकिन अब तक न्याय संगत जॉच नहीं की गई है। जिससे दोषी बैंक कर्मियों पर कोई कार्यवाही भी नहीं हो पा रही है। आर्यावर्त बैंक शाखा टिकरा के बड़ी संख्या में किसानों ने कार्यवाही व जांच के संबंध में वर्तमान शाखा प्रबंधक को शिकायती पत्र दिया है। अब देखना होगा कि किसानों से हुई लूट के मामले में कैसी कार्यवाही हो पाती है। पीड़ित ज्ञानवती पत्नी रामकुमार के द्वारा आर्यावर्त बैंक के महाप्रबंधक को एक शिकायती पत्र दिनांक 03-09-2024 दिया गया था जिसमें अभी तक कोई भी संतोष जनक कार्यवाही नहीं की गई है I

शिकायती पत्र में पीड़िता ज्ञानवती पत्नी रामकुमार निवासिनी ग्राम अमझला,रामकुंड ने बताया कि नया किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने हेतु आर्यावर्त बैंक टिकरा बिसवां सीतापुर में अपनी फाइल बैंक में कार्यरत बैंक मैनेजर सौरभ सोनकर,फील्ड आफीसर मनीष व कैशियर प्रवीन श्रीवास्तव को दिया था। मैनेजर सौरभ सोनकर ने फाइल पर हस्ताक्षर करवाते समय दो सादे निकासी (विड्रॉल) बाउचर पर भी हमारे हस्ताक्षर करवा लिये थे। मैनेजर सौरभ सिंह ने कहा की जब आपका किसान क्रेडिट कार्ड बन जायेगा आपको पासबुक दे जायगी। लेकिन प्रार्थिनी को आज तक कोई पास बुक नहीं दी गयी है ।प्रार्थिनी के बार बार पासबुक मांगने पर भी बैंक मैनेजर द्वारा यह कहकर वापस कर दिया जाता था कि तुम किसी दिन आकर ले लेना।

प्रार्थिनी को शंका हुई कहीं इन्होंने हमारे साथ कोई फ्रॉड तो नहीं किया है। इस पर प्रार्थिनी ने अपने बचत खाते से ऋण खता का स्टेटमेन्ट निकलवाया तो पता चला कि प्रार्थिनी के किसान क्रेटिड कार्ड से दो लाख रूपये निकाल लिये गये हैं। जबकि पीड़िता के द्वारा किसी प्रकार का धन बैंक से नहीं निकाला गया है। गौरतलब है कि इसी प्रकार की घटना राम लखन वर्मा,राम खेलावन वर्मा,अनीता वर्मा,राम बक्स सिंह, मक़बूल,विमलेश, कृपा दयाल,राम गोपाल गुप्ता,मदनलाल वर्मा  सहित कई किसानों ने  बैंक कर्मियों के द्वारा धांधली करके उनके खाते से पैसा निकाले जाने का आरोप लगाया है I

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