सीतापुर। रामपुर के चर्चित सपा नेता आजम खां की मौलाना अली जौहर यूनिवर्सिटी रामपुर मामले में बुधवार को आईटी विभाग के अधिकारियों ने सीतापुर स्थित रिजेन्सी पब्लिक स्कूल में छापामार कार्रवाई की। छापामार कार्रवाई उस वक्त हुई जब स्कूल खुल चुके थे। स्कूल के खुलते ही आईटी विभाग के अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था के साथ अंदर प्रवेश कर गए। अधिकारियों ने अपना परिचय देते हुए अपनी कार्रवाई शुरू कर दी। यह कार्रवाई सुबह से शुरू हुई थी जो दोपहर बाद तक भी चलती रही। इस दौरान अधिकारियों ने वहां पर मौजूद कई लैपटाप व अनेकों दस्तावेजों को अपने कब्जे में लिया है।
सुबह से दोपहर बाद तक चला छापामार अभियान, दस्तावेज लिए कब्जे में
रिजेन्सी स्कूल के दो शाखाओं में अधिकारियों ने एक साथ छापा मारा था। शहर के पूर्व के मयूर होटल अब रिजेन्सी स्कूल और दूसरा रस्यौरा में स्थित रिजेन्सी स्कूल में आईटी विभाग के अधिकारियों ने एक साथ छापामार कार्रवाई की। आईटी विभाग द्वारा अचानक छापामार कार्रवाई से स्कूल में हड़कंप मच गया। अचानक पहुंचे अधिकारियों को देख सभी सन्न रह गए।
सुबह स्कूल खुलने के बाद पहुंचे आईटी के अधिकारी
आईटी विभाग के अधिकारियों ने अपना परिचय देने के बाद स्कूल के कार्यालय में मौजूद अहम दस्तावेजों को अपने कब्जे में लेना शुरू कर दिया। सूत्र बताते हैं कि अधिकारियों ने यहां से कई कंप्यूटर्स की डिस्क निकाल कर अपने कब्जे में ले लिए। वहीं कई लैपटाप तथा कार्यालय में मौजूद अनेकों फाइलों को अपने कब्जे में लिया है।यह कार्रवाई सुबह से शुरू हुई थी जो दोपहर बाद तक भी चलती रही।
मौलाना अली जौहर यूनिवर्सिटी रामपुर से जुड़े हैं तार
सूत्र बताते हैं कि शहर के रिजेन्सी स्कूल के तार रामपुर के चर्चित सपा नेता आजम खां की मौलाना अली जौहर यूनिवर्सिटी रामपुर से जुड़े हुए है। सूत्रों की माने तो यहां के प्रबंधक एमएफ जैदी मौलाना अली जौहर यूनिवर्सिटी रामपुर की कमेटी में सदस्य पद पर या किसी अन्य पद पर है। सूत्रों की माने तो बताया यहां तक जाता है कि सपा के शासनकाल में जब इस इस यूनिवर्सिटी की के गेट की स्थापना हुई थी तो उसकी डिजाइन इसी स्कूल द्वारा की गई थी जो कि काफी चर्चा में भी आई थी।
नहीं की मीडिया से कोई भी वार्ता
आईटी विभाग के अधिकारियों द्वारा सुबह जब स्कूल में छापामार कार्रवाई की गई तो इसकी भनक मीडिया को जैसे ही लगी कि सभी पत्रकार वहां पहुंचने लगे। आईटी विभाग के अधिकारियों द्वारा कई घंटा तक कार्रवाई की गई। इस दौरान कुछ मीडियाकर्मियों ने उनके वार्ता भी करनी चाही लेकिन उन्होंने कोई भी वार्ता नहीं की।