सीतापुर : मूकदर्शक बनी खाकी, बैरंग लौटा तहसील प्रशासन

सीतापुर। महोली एक तरफ प्रदेश के मुखिया भ्रष्टाचार और दबंगई को जड़ से खत्म करने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं, वहीं अभी भी कुछ आराजकों की शह पर सरकारी भूमि पर कब्जा जमाए दबंग पुलिस और तहसील प्रशासन के लिए चुनौती का शबब बने हुए हैं। मामला महोली तहसील के ग्राम रायपुर से जुड़ा हुआ है। रायपुर गांव की सरकारी भूमि गाटा संख्या 260 जो कि पंचायत भवन के नाम पर दर्ज है। शिकायतकर्ता अरविंद मिश्रा ने करीब एक माह पूर्व उप जिलाधिकारी से शिकायत की थी जिस पर उपजिलाधिकारी द्वारा टीम गठित कर प्रस्तावित जमीन की निशानदेही के लिए क्षेत्रीय लेखपाल नायब तहसीलदार तथा पुलिस बल के साथ मौके पर भूमि की निशानदेही करने के लिए पहुंचा ।

सरकारी जमीन पर अवैध कब्जेदारों के आगे नतमस्तक हुई महोली पुलिस

आपको बता दें कि जिस पर सरकारी भूमि पर कब्जा किए लोगो ने पुलिस बल के सामने लेखपाल और नायब तहसील दार को मौके पर फीता तक नहीं रखने दिया मजबूर तहसील प्रशासन पुलिस प्रशासन के देखता रहा पूर्व में भी योजना से संबंधित विकासखंड कर्मचारियों के सामने सरकारी भूमि पर कब्जा किए दबंग कब्जे दार क्षेत्रीय लेखपाल व पुलिस के सामने हंगामा काट चुके हैं इतना ही नहीं कब्जेदारो ने झूठे मुकदमे में फसाने की धमकी भी दे डाली बरहाल तहसील प्रशासन और पुलिस प्रशासन को बैरंग लौटना पड़ा अब देखना यह है की क्या प्रशासन सरकारी भूमि को कब्जा मुक्त करा पता है या नहीं ।

वही इस मामले में एसडीएम महोली ने बताया की मामला संज्ञान में आया है की वहां पक्का निर्माण है और मामला यदि किसी तरह की सरकारी भूमि पे अपनी किसी प्रकार की दावेदारी का है तो यह अनुचित है इस पर जल्द ही मैके पर मौजूद अधिकारी की रिपोर्ट आने के बाद उचित कार्यवाही की जायेगी।

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