हरगाँव-सीतापुर। नहर विभाग की अधिकारियों की लापरवाही से 20 दिन के अंद दोबारा नहर कट गई। 10 फरवरी को कटी नहर से किसानों की फसल चैपट हो गई थी। सोमवार को दोबारा नहर कटकर पानी खेतों के साथ रिहायशी इलाके में घुस गया जिससे लोगों को असुविधा के साथ-साथ भारी नुकसान हुआ है। क्षेत्र से निकला खैराबाद माइनर ओवर फ्लो होकर कट गया जिससे शुगर मिल कालोनी के कई मकान व बेलीथारा गांव के खेत डूब गए जिससे लोगों का घरेलू ए्वं फसल सामान बर्बाद हो गयी और लोगों को भारी आर्थिक क्षति उठानी पड़ी।
नहर कटने से नई कालोनी की फील्ड में भी पानी भर गया। लोगों का निकलना भी मुश्किल हो गया। हरगाँव क्षेत्र से निकले खैराबाद माइनर पर कस्बे में स्थित सीएचसी के पास एक पुलिया का निर्माण हो रहा है ठेकेदार ने निर्माण स्थल से थोड़ा पहले रूट डायवर्जन करके एक अस्थाई पुलिया बना रखी है जिसमें पानी कम मात्रा में पास होता है।
सोमवार को नहर में अचानक पानी बढ़ गया जिससे अस्थाई पुल के पास रात्रि साढ़े चार बजे नहर कट गई और शुगर मिल की नई कालोनी कालोनी निवासी चितरंजन सिंह, दिनेश प्रताप सिंह, अविनाश विश्वकर्मा, विजय सिंह, सफदर खान, जितेन्द्र, त्रिलोकी विश्वकर्मा, कालिका विश्वकर्मा, सोबरन वर्मा व धीरज गुप्ता के मकानों में लबालब पानी भर गया और घरों में रखा हुआ राशन, बेड, ड्रैसिंग टेबल, सोफासेट, फ्रिज, वाशिंग मशीन सहित अन्य कीमती सामान डूबकर खराब हो गया।
रात्रि में मिल की गश्त ड्यूटी ने नहर कटी देखी तो कालोनीवासियों को जगाकर मिल प्रबंधतंत्र को सूचना दी। जिस पर अधिशासी उपाध्यक्ष शूरवीर सिंह नें तत्काल जेसीबी मंगवाई। डेढ़ घंटी की कड़ी मशक्कत के बाद लगभग छः बजे पानी बंद हो सका। इस संबध में नहर विभाग के जूनियर इंजीनियर शिवप्रताप यादव का कहना कैमा खादर से हमने हेड से चार गेट खुलवाए थे, रात्रि में किसानों ने एक गेट अतिरिक्त खोल दिया जिससे पानी अधिक आ गया और नहर कट गई। कटान वाली जगह को तत्काल पाट दिया गया है तथा एक गेट भी बंद करा दिया गया है।