
सकरन(सीतापुर)। सकरन ब्लाक मुख्यालय से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित टेड़वा कला ग्राम पंचायत में सड़क के किनारे स्थित चारागाह की 2 एकड़ भूमि पर 1 वर्ष पूर्व मनरेगा से 236000 रुपए खर्च कर रोपित की गई नेपियर घास सिंचाई व देखरेख के अभाव में सूख रही है। ग्रामीण राकेश, श्यामलाल, मनोहर, तेजप्रताप, दिनेश,रामू, शिवराम,जगदीश, सोहनलाल,रामदास,मैकू, जानकी प्रसाद, राम लखन, हरेराम,शिवराज, संतराम,महेश,उमाकांत, रामप्रसाद,जगमोहन, रामकुमार, दयाशंकरआदि ने बताया कि चरागाह स्थल पर रोपित नेपियर घास से पास की किरतापुर की गौशाला में संरक्षित निराश्रित गोवंश को हरे चारे की उपलब्धता के लिए की गई थी। लेकिन नेपियर घास उगने के बाद केवल एक बार ही गौशाला पहुंच पाई।
इसके बाद जिम्मेदार प्रधान और पंचायत सचिव की लापरवाही और समय पर देखरेख व सिंचाई के अभाव में अब नेपियर घास सूख रही है।ऐसे में चरागाह स्थल पर नेपियर घास उगाने में खर्च की गई लाखों के सरकारी धनराशि जहां कूड़े में चली गई है वहीं गौशाला में संरक्षित निराश्रित गोवंश को हरा चारा नहीं मिल पा रहा है। पंचायत सचिव शिवेंद्र प्रताप ने बताया कि टेड़वा कला में चरागाह स्थल पर रोपित नेपियर घास की एक बार निराई गुड़ाई और सिंचाई कराई गई है लेकिन गांव के लोग बकरियों से घास चरा देते हैं।
ऐसे में नेपियर घास तैयार नहीं हो पा रही है।सूख रही नेपियर घास को लेकर जब प्रधान प्रतिनिधि रामचन्द्र जायसवाल से बात करने की कोशिश की गई तो उनका फोन नहीं उठा।वहीं मामले को लेकर जब खंड विकास अधिकारी सकरन बीएल वर्मा से बात करने का प्रयास किया गया तो काफी प्रयास के बावजूद उनका फोन नहीं उठा।