सीतापुर। जिलाधिकारी अनुज सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में गुरूवार को विकास कार्यों की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुयी। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि सभी कार्यदायी संस्थाएं समय से कार्य पूरा करें तथा कार्यों की गुणवत्ता अच्छी हो यह सुनिश्चित किया जाये। जिलाधिकारी ने अधीक्षण अभियन्ता विद्युत व अधीक्षण अभियन्ता लोक निर्माण विभाग को बैठक में अनुपस्थित रहने पर चेतावनी पत्र जारी करने के निर्देश दिये।
अधिशासी अभियन्ता जल निगम को निर्देश दिये कि नहरों की शिल्ट सफाई तथा टेल तक पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये। उन्होंने अधिशासी अभियन्ता विद्युत को निर्देश दिये कि जल्द ही बकाया बिलों की वसूली ससमय कर ली जाये। गांवों में बनाये गये सभी पंचायत घरों में विद्युत कनेक्शन व मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये।
डीएम ने की विकास कार्यो की समीक्षा बैठक
उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारी से नई सड़कों का निर्माण व गड्ढा मुक्त सड़कों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिये कि जल्द सड़कों को गड्ढ़ा मुक्त किया जाये। किसान सम्मान निधि की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि डाटा का संशोधन ससमय किया जाये। साथ ही फसल बीमा की प्रगति की जानकारी ली।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी से निराश्रित गौवंश की स्थिति के बारे में जानकारी लेते हुये कहा कि ग्राम स्तर पर निराश्रित पशुओं की सूची तैयार कर ली जाये तथा ग्राम स्तर पर गौशालाओं का संचालन प्रारम्भ कर दिया जाये। उन्होंने दान में प्राप्त भूसा व अन्य सुविधओं के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने संबंधित को निर्देश दिये कि डी0सी0 मनरेगा से समन्वय स्थापित कर भूसा का भण्डारण सुनिश्चित किया जाये।
साथ ही पशुओं के टीकाकरण की भी जानकारी लेते हुये कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मानक के अनुरूप बाढ़ के समय भूसे का वितरण किया जाये ताकि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सभी पशुओं को पर्याप्त भूसा मिल सके। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से चिकित्सकों की उपलब्धता, गोल्डेन कार्ड बनने की स्थिति, डायलिसिस, सिटी स्कैन, टेलीमेडिसिन, एम्बुलेंस आदि सुविधाओं की जानकारी ली। बैठक के दौरान जिला विकास अधिकारी राकेश कुमार पाण्डेय, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 मधु गैरोला, जिला समाज कल्याण अधिकारी हर्ष मवार, डी0सी0 मनरेगा सुशील कुमार श्रीवास्तव सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।