सीतापुर । महोली तहसील क्षेत्र की कठिघरा ग्राम सभा के मजरा श्यामजीरा में शनिवार की सुबह बाघ ने एक गोवंश का शिकार कर फिर से अपनी आमद का एहसास कराया है। इस दौरान बाघ ने एक गोवंश का शिकार किया है। गन्ने के खेत में बैठे बाघ से इलाके में दहशत का माहौल है। तमाम ग्रामीणों के जमावड़े के बीच वन विभाग के द्वारा ड्रोन कैमरे के जरिए बाघ की पुष्टि की गई है।
शनिवार की सुबह श्यामजीरा निवासी रमेश पुत्र इन्द्रपाल वर्मा सुबह अपने गन्ने की छिलाई करने दो दर्जन मजदूरों के साथ गये हुए थे। जैसे ही रमेश ने गन्ने की मूरी काटी कि गन्ने में बैठे बाघ ने उन पर हमला कर दिया। बाघ के हमले में रमेश बाल बाल बचे और अचेत होकर खेत में गिर गये। मजदूरों के शोर मचाने पर बाघ कुछ दूर पर ही एक गन्ने के खेत में जा बैठा। ग्रामीणों द्वारा वन विभाग को बाघ के आने की सूचना दी गई। खबर पाकर मौके पर पहुंचे वनविभाग व पुलिस के जिम्मेदारों ने गन्ने के खेत को घेर लिया। सैकड़ों ग्रामीण मौके पर मौजूद हैं,ग्रामीणों की मानें तो करीब 3 वर्ष से इस क्षेत्र में रह रहा है।
गन्ने की छिलाई कर रहे किसानों में बाघ के हमले से बाल बाल बचा युवक
खबर पाकर मौके पर प्रभागीय निदेशक वन ब्रजमोहन शुक्ला व एसडीओ आरएन गुप्ता उपजिलाधिकारी अभिनव यादव इ अनूप शुक्ला ने मौके पर पहुचकर अधीनस्थों को रेस्क्यू करने के जरूरी निर्देश दिए हैं। जानकारी के मुताबिक पूर्व में भुडि़या गांव के पूरब खाली पड़े खेत में बाघ के पगचिह्न में मिले थे और वन विभाग की टीम ने तेंदुए की तलाश में 3 दिन तक कांबिंग की थी। पर उस दौरान टीम को कोई सफलता हाथ नहीं लगी । बीते साल दिसंबर में मंगलवार को ब्रह्मावली गांव के उत्तर लल्ता बाग के समीप उमेश मिश्रा के गन्ने के खेत में आधा खाया गोवंश पड़ा मिला था और वही कृष्ण बिहारी बाजपेई के सरसों के खेत में छत बिछत बछड़े का खाया हुआ अवशेष पाया गया था। ग्रामीणों की सूचना पर दो गोवंशो के शिकार के बाद वन विभाग फिर से हरकत में आया था।
बाघ के पदचिन्हों की जांच करते वन विभाग के अधिकारी व उपस्थित ग्रामीण
वनविभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर पग मार्क की पड़ताल में बाघ होने की पुष्टि की थी। वन रेंज अधिकारी कल्पेश्वर नाथ ने फिर ड्रोन के जरिए बाघ होने की पुष्टि की है। पिजड़ा मंगवाया गया है। जल्द ही बाघ को पकड़ा जाएगा। टीम के साथ मौके पर पहुंचकर कांबिंग कराई जा रही है। उन्होंने ग्रामीणों को जागरुक कर सतर्क रहने के लिए कहा गया है। आवश्यक होने पर ही लाठी डंडे लेकर समूह में खेतों की तरफ जाएं। टीम में क्षेत्रीय वनाधिकार कल्पेश्वर नाथ, वन दरोगा शैलेन्द्र त्रिवेदी, संतराम राहुल यादव ,वन रक्षक नंदलाल, विनीत, लालबहादुर सहित इ सुरेश यादव राकेश सिंह एजाज खान के साथ पुलिस बल की तैनाती रही। वन विभाग की टीम ने बाघ को पकड़ने के लिए पिंजड़ा लगा दिया गया है।