सीतापुर। मछरेहटा वैसे तो किसी भी चीज का बेचा जाना व खरीदा जाना व्यापार के नियामकों में आता है परंतु कुछ ऐसी चीजें है जिनको आम आदमी चाहकर भी खुले आम नही बेच सकता। बावजूद इसके कस्बा मछरेहटा में दो पेट्रोल पंप होने के बाद भी लोग ज्वलनशील पेट्रोल की खुले में बिक्री कर रहे है प्रशासन इस ओर अब तक आंखें बंद किए हुए है। खाद्य विभाग के अफसर भी कार्रवाई के मूड में नहीं दिख रहे हैं। ऐसा लग रहा है जैसे उन्हें बड़े हादसे का इंतजार है। वहीं लोगों के लिए जगह-जगह खुल चुकी पेट्रोल की अवैध दुकानें लोगों से मनमानी वसूली में जुटी हुई हैं। कस्बे में मिश्रिख रोड, खैराबाद रोड, जलालपुर रोड, नैमिषारण्य रोड पर सैकड़ो जगहों पर पान के खोखे में अवैध रूप से पेट्रोल मनमानी कीमतों पर बेचा जा रहा है।
सड़क किनारे खोखों में जगह-जगह खुले हैं पेट्रोल पंप
यही नही मछरेहटा क्षेत्र की लगभग सभी ग्राम पंचायतों में किसी न किसी दुकान पर पेट्रोल बिकता हुआ दिख जाएगा। इससे किसी भी समय कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है। कस्बे के कई क्षेत्रों में दुकानदार हजारों लीटर अवैध पेट्रोल का अवैध भंडारण किए हुए हैं। ऐसे में इन क्षेत्रों में कभी भी कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है। यह गैर कानूनी तो है ही मिलावट का भी धंधा खूब फलफूल रहा है। बोतलों में बंद सड़क किनारे खुले में रखे पेट्रोल बेहद घातक साबित हो सकते हैं। छोटी सी लापरवाही या किसी की बदमाशी से तबाही मचा सकती है। खास बात यह है कि इसकी जानकारी जिम्मेदारों को भी है। बावजूद अनदेखा किया जा रहा है प्रशासन ने अभी तक ध्यान नहीं दिया।
गाडि़यों को यह खतरा
मोटरसाइकिल मैकेनिक मो नईम बताते हैं कि खुले में पेट्रोल बेचने वाले ज्यादा मुनाफे के लालच में थिनर मिलाते हैं। इससे गाड़ी के इंजन को भारी नुकसान होता है। माइलेज पर जबर्दस्त असर पड़ता है। गाड़ी की पिकअप और एवरेज डाउन हो जाती है। कारबेटर में जल्द ही कार्बन जमता है। गाड़ी अधिक धुआं देती है। यह धुआं स्वास्थ्य की दृष्टि से काफी हानिकारक है। ऐसे मिलावटी पेट्रोल की बिक्री पर तत्काल रोक लगानी चाहिए। लोग अवैध रूप से पेट्रोल और डीजल बड़े गैलन आदि में खरीद कर लाते हैं। फिर इसमें सॉल्वेंट, थिनर और केरासिन तेल आदि मिलाकर बेचते हैं।