सड़कों पर टहलते हैं झुंड के झुंड, आए दिन होती हैं दुर्घटनाएं
सीतापुर। मिश्रिख देहात में वर्तमान समय में पौराणिक तपोभूमि कस्बा मिश्रिख में निराश्रित गौवंशीय पशुओं की बढती तादात से आमजन जीवन जहां परेशान है वहीं इनसे किसानों का भी काफी नुकसान हो रहा है। शासन के निर्देश के बावजूद भी पालिका व ब्लाक के अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे। बताते हैं कि पालिका क्षेत्र के प्रमुख चैराहों की सडकों पर झुंड के झुंड शाम के समय आवारा छुट्टा गौवंशीय पशुओं का जमावड़ा लग जाता है। जिससे आने जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। साथ ही ये जानवर दुर्घटनाओं का सबब भी बनते है।
वही तहसील ब्लाक नहर चैराहों के पास की सडक आवारागर्दी पशु जाम कर देते हैं यह मौजूदा अधिकारियों को दिखाई नहीं देता है जबकि शासनादेश है निराश्रित गोवंशों को गौशालाएं बनवाकर उनमें रखा जाए। खास बात तो यह है कि आखिर ग्राम पंचायत में लाखों रुपए खर्च करके गौशालाओं का निर्माण कार्य कराया गया था। लेकिन वह भी कागजों पर ही संचालित होकर लोगों के लिए कमाई का जरिया साबित हो रही है। इस मामले में खंड विकास अधिकारी प्रवीन जीत से फोन से बात की गई उन्होंने बताया जहां-जहां निराश्रित गोवंश दिख रहे हैं उनहे गौशाला भेजवाने का कार्य किया जाएगा। किसी भी गौशालौ में केयरटेकर की अनदेखी होती है तो उन पर कार्रवाई की जाएगी।
गौवंशों को लेकर धरने पर बैठे किसान
सकरन-सीतापुर। विकासखंड सकरन क्षेत्र के अंतर्गत जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी के चलते बड़े पैमाने पर निराश्रित गोवंश से परेशान किसानों के द्वारा किसान मंच के बैनर तले अनिश्चित कालीन धरना शुरू किया गया है। सकरन के सुमरावां स्थित बृम्हचारी बाबा स्थान पर किसान मंच के बैनर तले शुक्रवार को किसानों ने अनिश्चिच कालीन धरना शुरू किया। परेशान किसानों का आरोप है कि विगत कई वर्षों से किसानों की फसलों को जानवर नष्ट कर जाते है जिनसे निजात दिलाने के लिए कई बार प्रधान से लेकर बीडीओ तक को शिकायत की मगर कोई कार्यवाही न होने पर मजबूर किसान अनिश्चित कालीन धरने पर बैठ गये है। इस मौके पर कपिल लोधी, बिनोद शुक्ला आदि समेत भारी संख्या मे क्षेत्रीय किसान मौजूद थे।