सीतापुर । धार्मिक नगर नैमिषारण्य तीर्थ अंतर्गत माँ ललिता देवी मंदिर के मुख्य द्वार पर आज सुबह से बड़ी संख्या में दुकानदारों ने कॉरिडोर के नाम पर भेदभावपूर्ण भूमि अधिग्रहण के विरोध में शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। बड़ी संख्या में दुकानदार अपनी दुकानों को बंद कर हाथों में तख्ती लिए शासन-प्रशासन से अधिग्रहण के दौरान स्थानीय लोगों के हितों का ध्यान रखते हुए भूमि अधिग्रहण की मांग उठाई। इस दौरान कई बार नारेबाजी भी होती रही।
धरना प्रदर्शन में 75 वर्षीय व्यवसायी नत्थू लाल मालाकार की तबियत खराब हो गई। इससे पहले गुरुवार को नवनिर्वाचित भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश शुक्ला को मालाकार समाज के लोगों ने एक मांगपत्र भी दिया था। वहीं शाम दुकानदारों द्वारा एक शांति मार्च निकाला गया था। इन दुकानदारों की मांग है कि नैमिषारण्य कॉरिडोर का नक्शा सार्वजनिक किया जाए साथ ही जिनकी दुकान और मकान पूर्ण रूप से ले रहे हैं उनको पुनर्स्थापना करने की विधि को लिखित में दिया जाए।
इसी कड़ी में मंदिर ललिता देवी चौराहे से चक्र तीर्थ तक 16 मीटर सड़क के अतिरिक्त जो भी जगह बचे वह सम्बंधित भूस्वामी के पास सुरक्षित रखी जाए, मुआवजा राशि को कम से कम सर्किल रेट से 4 गुना बढ़ाई जाए व लेखपाल द्वारा जो जगह की नाप ली जा रही है वह भू स्वामी के माध्यम से बात करके ही ली जाए। इस मौके पर पूर्व सपा सरकार के पूर्व राज्यमंत्री रामपाल राजवंशी भी पहुंचे और उन्होंने विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चलने की बात कही।
एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
उपरोक्त सन्दर्भ में 5 सदस्यीय प्रतिनिधि समूह ने दुकानदारों की तरफ से राही पर्यटक आवास में एसडीएम अजय त्रिपाठी को ज्ञापन सौंपा। करीब 30 मिनट तक चली वार्ता के दौरान पर्यटक आवास के बाहर बड़ी संख्या में दुकानदार मौजूद रहे।
क्या कहते है एसडीएम अजय त्रिपाठी
दुकानदारों की ओर से अधिग्रहण के बारे में ज्ञापन दिया गया है, मैने अपनी तरफ से सभी को निष्पक्ष कार्यवाही के लिए आश्वस्त किया है, सभी कार्य पारदर्शी तरीके से नियमानुसार किये जायेंगे। नियमानुसार ही स्थानीय लोगों के हितों का भी ध्यान रखा जाएगा।