सीतापुर: बिजली की भीषण कटौती से मचा हाहाकार


सीतापुर। सोमवार को तापमान 45 डिग्री के करीब पहुंच गया। जिससे गांव ही नहीं शहर तक हाहाकार मच उठा। प्रचंड गर्मी में बिजली की कटौती कोढ़ में खाज होने जैसा काम कर रही थी। बिजली कटौती का सबसे खराब आलम ग्रामीण क्षेत्रों का हैं जहंा पर बिजली दो से चार घंटा तक ही पहुंच रही है। जबकि शहरों में भी कटौती की जा रही है। भीषण गर्मी का आलम यह है कि लोग घरों में कैद है और सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। तालाब पोखरों में पानी ना होने के कारण जानवर प्यास से दर-दर भटक रहे है।

गर्मी तेज होते ही बिजली का संकट बढ़ता जा रहा है। दिन-रात अघोषित कटौती से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। शहर से लेकर गांव में रोजाना पांच से सात घंटे तक कटौती हो रही है। फाल्ट के कारण यह कटौती और बढ़ जाती है। जिला मुख्यालय में 24 घंटे बिजली के आदेश हैं जबकि तहसील व कस्बा स्तर पर 21-22 घंटे बिजली आपूर्ति के आदेश हैं। गांवों में 18 घंटे तक बिजली की आपूर्ति के आदेश हैं। शहर में रात और दिन में कई बार बिजली चली जाती है। रोजाना 24 घंटे में करीब पांच से छह घंटे बिजली गायब हो जाती है। सोमवार की दोपहर पूरा दिन बिजली रूलाती रही।

जानकारी करने पर पता चला कि ट्रांसफार्मर से एक फेस खराब हो गया था। इसी प्रकार शाम और रात को कई बार अघोषित कटौती झेलनी पड़ी। तहसील क्षेत्रें में रोस्टर के हिसाब से नगर में इक्कीस घंटे विद्युत आपूर्ति का निर्देश है। विद्युत निगम के अफसरों के मुताबिक यहां कोई कटौती नहीं की जा रही है। जबकि हकीकत कुछ और ही है। क्षेत्र में चार से छह घंटे की रोजाना कटौती हो रही है।

तहसील कस्बा एवं अन्य क्षेत्रों की स्थिति यही बनी हुई है। उदाहरण के तौर पर ऐसा कोई दिन नहीं होता है जब बिजली की भीषण कटौती ना की जाए। इस दौरान कई घंटे तक विद्युत आपूर्ति ठप रही। नगर क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी बार-बार ट्रिङ्क्षपग समस्या का कारण बन रही है। वहीं देहात क्षेत्र में 18 घंटे बिजली आपूर्ति का रोस्टर है, लेकिन इन दिनों छह से आठ घंटे से बिजली की कटौती हो रही है। बमुश्किल 10-12 घंटे लगातार बिजली नहीं मिल रही है।नगर में बिजली कटौती का बुरा हाल है। कोई पता नहीं कि कब बिजली चली जाए कब आ जाए। भीषण गर्मी में बिना बिजली के परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में गंभीर पड़े रोगियों को अपने घर में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
इनसेट
सड़कों पर दोपहर को फैल जाता है मरघट सा सन्नाटा
सांसीतापुर। तापमान में तेजी का दौर जारी रहा। तापमान में लगातार आ रही तेजी शहर से लेकर गांव के लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। दिन में लोग गर्मी से बचने के लिए कहीं पेड़ों की छांव ढूंढते हैं तो कहीं पसीने में तर बतर सिर और चेहरा ढके सड़कों पर नजर आ रहे हैं।

सांडा में बने सामुदायिक शौचालय पर रखे कटे ड्रम में बच्चे नहाकर गर्मी दूर भगाते अठखेलियां करते नजर आए। सुबह दस बजे ही बढ़ने लगी गर्मी। 11 बजे के आसपास सड़कों पर सन्नाटा नजर आने लगा। दोपहर होते-होते लोग सड़कों पर निकले भी तो गर्मी से बचाव के तमाम इंतजाम के साथ सड़क किनारे लगे ठेलों पर भी दोपहर में सन्नाटे जैसे हालात रहे। वहीं क्षेत्र के मुख्य बाजार में ग्राहकी पर भी तापमान का असर पड़ा।

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