सीतापुर। जिले के चावल मिल मालिकों का शुक्रवार को उस वक्त ददर् छलक उठा जब कलेक्ट्रेट में बैठक के दौरान डीएम अनुज सिंह ने उनकी समस्याएं सुननी शुरू की। समस्याओं को सुनाते हुए सीतापुर राइस मिलसर् एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय बंसल ने कहा कि चावल कुटाई पर आने वाला समस्त खचार् मिल मालिक उठाते हैं लेकिन उनका खचार् नहीं दिया जाता है। जिले की राइस मिलों का करोड़ों रूपया बकाया है। जिसमें हलिंग, चावल को डिपो तक ले जाने के लिए लगने वाला भाड़ा, एक प्रतिशत सूखन का खचर् आदि का करोड़ों स्पया बकाया है।
प्रषासन ने 15 दिनों में भुगतान करने का दिया आष्वासन
दरअसल बीती एक अक्टूबर से जिले में धान खरीद शुरू हो चुकी है। धान खरीद के बाद चावल की कुटाई को लेकर धान मिल मालिक हाथ खड़े कर रहे है। इस पर विपणन विभाग तथा मिल मालिकों के बीच सामंजस्य बनाए रखने को लेकर डीएम अनुज सिंह ने आज बैठक की थी। बैठक में मिल मालिक तथा विपणन विभाग व मंडी सचिव मौजूद थे।
मिल मालिकों ने डीएम को बताया कि बीते माह में धान कटाई से पहले ही पांच दिनों तक भारी बारिश हुई थी। जिससे धान के खेतों में दस दिनों तक पानी भरा रहा था। जिससे धान की गुणवत्ता सही नहीं आ रही है। इसलिए पंखा लगाया जाए। धान कुटाई के वक्त जो रिकवरी आ रही है वह शासनादेश से कम है इसलिए उस पर छूट दी जाए। साथ ही उनका बकाया करोड़ों रूप्या का भुगतान किया जाए। इस पर डीएम ने वहां पर मौजूद विपणन अधिकारी अरविन्द कुमार से बकाया को लेकर पूछा तो उन्होंने बताया कि 15 दिनो में बकाया चुकता कर दिया जाएगा। इस मौके पर जिले के राइस मिलों के आलोक अग्रवाल, अमित सिन्हा, अशोक अग्रवाल, संदीप भरतिया, टिचू अग्रवाल, उमेश अग्रवाल आदि मौजूद रहे।