सीतापुर। 15 मार्च से शुरू हुई विद्युत विभाग कर्मचारियों की हड़ताल का असर अब पूरी तरह से दिखने लगा है। विद्युत कटौती के आगे प्रशासनिक व्यवस्था भी पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। शहर से लेकर गांव तक सभी जगह विद्युत आपूर्ति ठप है। शहर में लोगों के घरों में पानी नहीं है। लोग एक-एक बूंद पानी को तरस उठे। शहर के कई मोहल्लों में आज सुबह से बिजली नहीं आ रही है। लघु उद्योग पूरी तरह से ठप हो गए है। लोग मोबाइल नहीं चार्ज कर पा रहे हैं जिससे स्वीच आफ होने से एक दूसरे से जरूरी बात भी नहीं कर पा रहे है। सीतापुर शहर का भवानीपुर फीडर ठप होने से खबर लिखे जाने तक बिजली नहीं आई थी।
जिम्मेदारों के मोबाइल स्वीच आफ
जहांगीराबाद संवाददाता के अनुसार इन दिनों अपनी मांगों के समर्थन में बिजली कर्मचारियों द्वारा किये जा रहे हड़ताल का असर धीरे-धीरे ग्रामीण क्षेत्रों में देखने को मिलने लगा है। जहांगीराबाद क्षेत्र सहित पूरे साण्डा से गुरुवार सायंकाल लगभग सात बजे अचानक बिजली गुल हो गई थी जो बाइस घण्टों बाद भी नहीं सही हो सकी है। बिजली विभाग के जिम्मेदार अधिकारी तो फोन का स्विच ऑफ किये हुये हैं जबकि लाइन मैन फोन नहीं उठा रहे हैं।
प्रशासनिक व्यवस्था ध्वस्त, विद्युत कटौती से जनता त्रस्त
बिजली का असर जहांगीराबाद, मवासेपुर, छठवान, मीनापुर, रघुनाथपुर, गनुवापुर, अहरोरी, दानपुरवा, फरदापुर व कहारनपुरवा, देवरियाखुर्द, पूंजीखेरा, महादेवा, चमारनपुरवा, कम्हरिया पूंजीखेरा, महादेवा, पटना, पटनी, विशम्भरपुर, बघेलिया, टेंढ़ीपुरवा, झौव्वा पटना, टेड़वा, मंगूचैराहा, गोधनी, सरैंय्या, बढ़हीडीह, आमगौरिया, अमिरती, बसुदहा, बजेहरा व सोहरवा सहित कई दर्जन अन्य गांवों की लगभग एक लाख से अधिक जनता बिजली आपूर्ति बाधित होने से काफी परेशान हैं। इस समय सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं उसमें भी परीक्षार्थियों को तैय्यारी करने में भारी परेशानी हो रही है।
सैकड़ो गांवों की बिजली हुई ठप
मिश्रिख संवाददाता के अनुसार गुरुवार रात से ही विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई। विश्वबैंक फीडर पर लगभग 36 गांवों को सप्लाई दी जाती है और विश्वबैंक फीडर के सभी गांवों के सप्लाई बाधित होने से विद्युत उपकरण सो पीस बन कर रह गए। कुल मिला कर आधा सैकड़ा गांव अंधेरे में डूबे गए। विद्युत कर्मचारियों के धरने के चलते ब्रेकडाउन फीडर सही नहीं हो सके और विद्युत आपूर्ति ठप रही। विश्वबैंक फीडर से होने वाली विद्युत प्रवाह ठप्प हो गयी है। जिससे कई दर्जन गांवों के विद्युत उपकरण शो पीस बन कर रह गए है। विद्युत उपकेंद्र पर बात करने पर बताया गया है कि हम सभी लोग धरने पे है अभी सही नही हो पायेगी। यही हाल नगर क्षेत्र का भी है जहां सुबह तड़के ही बिजली आपूर्ति बाधित हो गई जिसके बाद देर शाम खबर लिखे जाने तक बहाल नही हो पाई है। जिससे की लोगों के घरों में पानी की समस्या बनी हुई है और लोग सरकारी हैंडपंपों से पानी भरते नजर आए।
हैंडपंप से पानी भरने को मजबूर मछरेहटावासी
मछरेहटा संवाददाता के अनुसार कस्बा तथा ग्रामीण क्षेत्रो में 12 घण्टे पहले विद्युत आपूर्ति ठीक तरह से चालू थी। शुक्रवार को शाम 7 बजे से शनिवार की सुबह 4 बजे तक आपूर्ति निर्बाध चली परन्तु शनिवार की सुबह 4 बजे से लगाकर शाम तक विद्युत आपूर्ति पूरी तरह बाधित रही। जिसके कारण मछरेहटा ग्रामीण क्षेत्रो को भी आपूर्ति नही मिल सकी। सुबह से लाइट न आने के कारण कस्बे में लोगो को पानी की समस्या से गुजरना पड़ा। कस्बे के लोगो ने हैंडपम्प से पानी भर कर अपना काम चलाया। वही आपूर्ति बाधित होने के कारण कस्बे के व्यापारियों ने बताया कि विद्युत आपूर्ति न होने के कारण व्यवसाय भी ठप पड़ा हुआ है। एसडीएम मिश्रिख अनिल कुमार रस्तोगी ने बताया कि मछरेहटा की विद्युत आपूर्ति 33 वी लाइन के खराब होने पर बाधित है टीम अपना काम कर रही है लाइन के ठीक होते ही आपूर्ति चालू कर दी जाएगी।