महोली–सीतापुर। हर व्यक्ति का एक ख्वाब होता है कि उसका भी अपना एक घर हो। वह जीवन भर मेहनत करता है और पाई पाई जोड़ कर किसी तरह से घर बनाने की सोचता है लेकिन जब उसे मकान बनाने वाली वस्तुओं की मंहगाई के बारे में पता चलता है तो उसका सपना चकनाचूर हो जाता है। बढ़ रहे बिल्डिंग मैटेरियल के सामानों के दाम से जरूरतमंदों को मकान बनवाना बहुत मुश्किल हो गया है। सरिया के रेट आसमान छूने लगे हैं। बिल्डिंग मैटेरियल के दामों में पिछले कुछ दिनों से आई भारी उछाल से जरूरतमंदों को मकान बनवाना मुश्किल हो गया है।
बताते हैं कि पिछले दो हफ्ते के अंदर ही बिल्डिंग मटेरियल में सबसे ज्यादा दाम सरिया के बढ़े हैं। उसके बाद मौरंग, सीमेंट के भी दामों में भारी उछाल से जरूरतमंदों व बिल्डरों को मकान बनवाना मुश्किल हो गया है। एकदम से भाव बढ़ने से लोगों का बजट गड़बड़ा गया है। तमाम लोगों को तो मौरंग, बजरी, सीमेंट, सरिया की रेट में आई भारी उछाल से अपना काम ही बंद करवाना पड़ गया है। वहीं कई लोगों ने काफी दिनों तक रेट गिरने का रास्ता देख कर अपना काम फिर से शुरू करवाया, क्योंकि आगे बरसात का मौसम आने वाला है जिससे लोगों को छत के नीचे सहारा लेना पड़ेगा। भवन निर्माण सामग्रियों के दामों में भारी उछाल से दुकानों पर ग्राहकों का आवागमन कम हो गया है। दुकानदारों का कहना है कि सरिया के रेट एकदम आसमान छू जाने से लोग अपना मकान बनवाना बंद कर दिए हैं जिससे हम लोगों के पास ग्राहकों का आना कम हो गया है। कस्बे के रहने वाले ठकुरन टोला निवासी जीतेन्द्र सिंह का कहना है कि बढ़े दामों से मकान बनवाना मुश्किल हो गया है सामान ज्यादा महंगा होने से मकान नहीं बनवा पा रहे हैं। वहीं कस्बे के मास्टर कॉलोनी पूर्वी के रहने वाले सोनू गुप्ता ने बताया सरिया, सीमेंट और मौरंग के दाम बेतहाशा बढ़ने से मकान बनवाना हम जरूरतमंदों के बस की बात नहीं बची है। इस समय चल रहे शादियों के सीजन को लेकर मकान भी बनाना बहुत जरूरी है, लेकिन सामानों के दाम आसमान छू चुके हैं और बजट बिगड़ गया है।
तब रेट क्या था- अब रेट क्या है
15 फरवरी से पहले का रेट -आज का रेट
सरिया 5800 रुपए क्विंटल -सरिया 8000 रुपये क्विंटल
मौरंग 120 रूपये क्विंटल- मौरंग 150 रुपये क्विंटल
सीमेंट 360 रुपये बोरी- सीमेंट 380 रुपये प्रति बोरी
बालू 40 रुपये क्विंटल-बालू 80 रुपये प्रति क्विंटल