सीतापुर। बीते कई दिनों से शहर की दीवारें चर्चा में आ गई है। शहर की दीवारों के सहारे नगर पालिका परिषद सीतापुर के भ्रष्टाचार की पोल खोली जा रही है। चैकिंए नहीं शहर के सीतापुर अगेन्स्ट करप्शन नामक संगठन ने दीवारों तथा पर्चो के सहारे नगर पालिका पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए है। शहर के प्रेमनगर, लोहारबाग आदि विभिन्न मोहल्लों की दीवारों पर नगर पालिका सीतापुर को लेकर तरह-तरह के नारे लिखे गए है। वितरित किए जाने वाले पर्चे में भी अरबों के घोटाले की बात कही गई है।
शहर की दीवारें बनी चर्चा का विषय
पर्चा वितरित कराने वाली तथा दीवारों पर स्लोगन लिखाने वाली सीतापुर अंगेस्ट करप्शन संस्था के संयोजक केजी त्रिवेदी से इस बारे में जब दैनिक भास्कर ने वार्ता की तो उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा कि सीतापुर नगर पालिका पूरी तरह से भ्रष्टाचार के दलदल में डूबी हुई है। सीतापुर की जनता लूटी तथा ठगी जा रही है। उनसे जब पूछा गया कि अगर पालिका में सब बदल जाता है और आने वाला कोई नया हुआ तो क्या गारंटी है कि वह भ्रष्ट नहीं होगा।
इस पर उन्होंने कहा कि जितनी भी पार्टियां है सभी भ्रष्ट हैं जो भी है आने वाला बैठने वाला अगर भ्रष्टाचार करेगा तो उसके भी खिलाफ उनका संगठन आवाज बुलंद करेगा बगावत करेगा और जिस तरह से वर्तमान समय में दीवारों पर लिखा गया है उसके भी खिलाफ लिखा जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा नहीं कि नगरपालिका में आने वाले सभी अध्यक्ष भ्रष्ट रहे हो लेकिन वर्तमान समय में जो है वह पूरी तरीके से पूरी तरह से दलदल में भ्रष्टाचार के दलदल में फंसा हुआ है। वही सीतापुर की जनता ने उक्त संगठन पर एक सवाल उठा दिया है कि चुनाव से पूर्व ही संगठन को भ्रष्टाचार की याद कैसे आई अगर नगर पालिका भ्रष्टाचार के दलदल में डूबा हुआ था तो यह आवाज पहले क्यों नहीं उठाई गई आखिर चुनाव के दौरान ही यह प्रोपेगेंडा क्यों तैयार किया जा रहा है।