सीतापुर। सकरन विकासखंड सकरन क्षेत्र के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सांडा निवासी अब्दुल सलाम ने बताया की बहू को डिलीवरी होने के चलते सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सांडा में भर्ती कराया गया था जिस पर बुधवार को लड़की का जन्म हुआ है। इसके बाद ड्यूटी पर तैनात एएनएम सरिता व बबली के द्वारा महिलाओं से सरकारी सेवा देने के नाम पर अवैध वसूली के नाम पर 600 रुपए देने का जबरन दबाव बनाए जाने लगा पीडि़ता का आरोप है गरीबी के चलते पैसा ना दे पाने पर नर्सो के द्वारा दिए जाने वाले सरकारी अभिलेख रोक लिए गए काफी जद्दोजहद के बाद पीडि़ता को अभिलेख उपलब्ध कराए गए।
यह मामला कोई नया नहीं है। आए दिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर इस तरह से डिलीवरी के लिए आई महिलाओं के साथ अभद्रता व अवैध वसूली के मामले उजागर होते रहते हैं। जिससे सरकार के द्वारा किए जा रहे स्वास्थ्य संबंधी दावो पर प्रश्न चिन्ह लग रहा है। पीडि़त की ओर से मामले को लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व जिलाधिकारी सीतापुर को पत्र भेजकर कार्यवाही किए जाने की मांग की गई है। सांडा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक मनोज देशमणि ने बताया कि आज मैं छुट्टी पर था प्रकरण संज्ञान में नहीं है जांच कराई जाएगी।