हादसा दुखद, होगी कड़ी कार्रवाई-एडीजी
प्रयागराज । महाराष्ट्र से अस्थियां विसर्जित करने के लिए आए श्रद्धालुओं से भारी नाव संगम के कीडगंज थाना क्षेत्र के यमुना नदी में सोमवार की शाम हुए नाव हादसे में अबतक छह लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। एनडीआरएफ की टीम ने दो शव रात में खोजा और एक शव मंगलवार की सुबह बरामद किया। अभी रिस्क्यू अभियान जारी है।
महाराष्ट्र के नानदेड़ के दिगम्बर रामराव वैश अपनी पत्नी कौशाबाई दिगम्बर राव वैश की अस्थियां संगम में विसर्जित करने सोमवार दोपहर अपने परिवार के 14 सदस्यों के साथ संगम पहुंचे। चैखंडी के पंडा नवल किशोर यहां रूके। इसके बाद नवल किशोर अस्थियां विसर्जित करने गऊघाट से संगम जाने के लिए नाव में सवार हुए। संगम में लगभग सात बजे अस्थियां विसर्जित के बाद वापस लौटते समय नाव में पानी आने लगा। नाव मनकामेश्वर घाट के समीप पहुंची थी कि अनियंत्रित होकर डूबने लगी।
हालांकि इस दौरान वहां मौजूद नाविकों ने छह लोगों को बचाने में कामयाब हो गये। अन्य सभी लोग डूब गये। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जलपुलिस, एनडीआरएफ के सहयोग से तीन शव 9 बजे रात तक बरामद कर लिया था। रात लगभग साड़े बारह बजे तक दो और शव बरामद किया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नितिन तिवारी सहित आलाधिकारी रिस्क्यू आपरेशन में लगे रहे। मंगलवार की सुबह टीम ने एक और शव बरामद किया।
हादसे में मरने वालों में राधाबाई, भागा बाई व लक्ष्मी बाई और भोजराज सिसौदिया एवं दिगंबर वैश के शव रात में बरामद किया और मंगलवार की सुबह एक शव बरामद हुआ है, उनका नाम बाला जी है।
सीओ जलपुलिस ओ.पी. पाण्डेय ने बताया है कि हादसे के बाद से जल पुलिस के जवान पूरी रात लगे रहे और ठण्डे पानी के अन्दर कड़ी मेहनत के बाद लापता लोंगों की तलाश की जा रही है। अब दो लोगों की खोजना है। लगातार प्रयास जारी है।
तीर्थपुरोहित से पूछताछ के बाद पुलिस ने नवल किशोर को हिराशत में लेकर रात में पूछताछ की गई और उसे गिरफ्तार किया गया है। नाविक की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है। डीआईजी ने मोहित अग्रवाल ने कहा कि दोनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
डीजी जोन एस.एन.साबत का कहना है कि एसएसपी कुम्भ को दिशा निर्देश दिए गए है। आइमिंग व सुरक्षा के हर तरह के उपाय रखने के निर्देश दिया गया है। इसके बावजूद भी नाविक नियमों का पालन नहीं करते तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।