हिजाब विवाद में हुई सोशल एक्टिविस्ट की एंट्री, ट्विटर पर की भारतीय नेताओं से अपील

कर्नाटक के उडुपी से शुरू हुए हिजाब विवाद में पाकिस्तानी सोशल एक्टिविस्ट और नोबल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई की भी एंट्री हो गई है। मलाला ने सोशल मीडिया के जरिए इस विवाद को भयावह बताया और भारतीय नेताओं से अपील की है कि वो भारतीय मुस्लिम महिलाओं को हाशिए पर जाने से रोकें।

मलाला ने अपनी पोस्ट में लिखा- हिजाब पहनकर लड़कियों को कॉलेज जाने से रोकना भयावह है। महिलाओं के कम या ज्यादा कपड़े पहनने पर आपत्ति जताई जा रही है। भारतीय नेताओं को मुस्लिम महिलाओं को हाशिए पर जाने से रोकना चाहिए।

जनवरी में शुरू हुआ था हिजाब को लेकर विवाद
कर्नाटक में हिजाब विवाद जनवरी को शुरू हुआ था। उडुपी के सरकारी पीयू कॉलेज में 6 मुस्लिम छात्राओं को हिजाब पहनकर क्लास में बैठने से रोक दिया गया था। कॉलेज मैनेजमेंट ने नई यूनिफॉर्म पॉलिसी को इसकी वजह बताया था। इसके बाद कुछ लड़कियों ने कर्नाटक हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी। लड़कियों का तर्क है कि हिजाब पहनने की इजाजत न देना संविधान के अनुच्छेद 14 और 25 के तहत उनके मौलिक अधिकार का हनन है।

The Minister of State for Micro, Small & Medium Enterprises (I/C), Shri Giriraj Singh addressing a press conference on the achievements of the Ministry of Micro, Small & Medium Enterprises, during the last four years, in New Delhi on June 13, 2018.

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने जोड़ा गजवा-ए-हिंद एंगल
कर्नाटक हिजाब में मंगलवार को एक नया एंगल तब जुड़ गया, जब केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने हिजाब विवाद के पीछे गजवा-ए-हिंद का हाथ होने की बात कही। उन्होंने इसे सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश करार दिया। बवाल थामने के लिए कर्नाटक सरकार को अगले तीन दिन के लिए स्कूल-कॉलेज बंद करने का निर्देश देना पड़ा।

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